लखनऊ: कोरोना वायरस के मद्देनजर पूरे देश में 14 अप्रैल 2020 तक लॉकडाउन है। देश में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस बीच यूपी में 1203 ऐसे लोगों की पहचान की गई है जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इनमें से 897 लोगों के सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा गया है जिनमें से अबतक 47 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
बता दें कि गाजियाबाद में निजामुद्दीन स्थित मरकज से लाकर भर्ती कराए गए तबलीगी जमात के लोगों द्वारा नर्सों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के मामले में यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ये ना कानून को मानेंगे,ना व्यवस्था को मानेंगे,ये मानवता के दुश्मन हैं। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि जो इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किया है वो जघन्य अपराध है। इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(NSA) लगाया जा रहा है, हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में लॉकडाउन के दौरान पुलिस और डॉक्टर पर हमला करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब ऐसे उपद्रवियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ( NSA) के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किए हैं कि लॉकडाउन के दौरान राज्य में कहीं भी पुलिस कर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने 'भाषा' को बताया, '' पुलिस तथा मेडिकल टीम पर हमला करने वालों या उनके साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई होगी और ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत भी कार्रवाई हो सकती है।''
प्रदेश सरकार यह कदम ऐसे लोगों के लिये उठा रही है जो लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और पुलिस वालों के साथ अभद्रता या मारपीट कर रहे हैं। वहीं कुछ अन्य राज्यों में स्वास्थ्य विभाग के लोगों के साथ भी अभद्रता के समाचार मिले हैं।
बीते कुछ दिनों में लॉकडाउन के दौरान कहां-कहां युपी में पुलिस पर हुआ हमलापश्चिम यूपी के कुछ जिलों में पुलिसकर्मियों से हुई मारपीट की घटना सामने आई है। एक अप्रैल को मुजफ्फरनगर में लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलने के लिए मना करने पर कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। इन लोगों ने जिले की मोरना पुलिस चौकी के एसआई समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया था। हमले में चौकी प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिन्हें इलाज के लिए मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया।