लाइव न्यूज़ :

बुलेटप्रूफ बंकर, मरीन कमांडो, हाइटेक ड्रोन से निगरानी, जी-20 की बैठक के लिए श्रीनगर में किए जा रहे हैं सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 12, 2023 17:52 IST

शिखर सम्मेलन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नदी और झील पर निगरानी को मजबूत सुरक्षा कवच मरीन कमांडो प्रदान करेंगे। सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ शीट के बंकर, मरीन और एनएसजी कमांडो के साथ ही बैठक स्थल पर सादी वर्दी में पुलिस भी तैनात रहेगी। पूरे बैठक स्थल की हाइटेक ड्रोन से निगरानी की जाएगी।

Open in App
ठळक मुद्देश्रीनगर में 22 और 23 मई को G-20 की बैठक होगीश्रीनगर और आसपास के इलाकों में बैठकों की तैयारी चल रही हैश्रीनगर में आगामी G20 बैठक के लिए एक पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था तैयार की गई है

जम्मू: श्रीनगर में 22 और 23 मई को  G-20 की बैठक होगी। 2019 में विशेष संवैधानिक दर्जा (Article 370 ) हटने के बाद कश्‍मीर में पहली इंटरनेशनल समिट भी होगी। श्रीनगर G-20 प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए खुद को तैयार कर रहा है। इस इंटरनेशनल समिट को सफलता पूर्वक संपन्न कराना केंद्र सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। हाल ही में हुए कुछ आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट  पर हैं और सुरक्षा की अभूतपूर्व व्यवस्था की गई है।

श्रीनगर में जी-20 की बैठक में लगभग 50 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। इनकी सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ शीट के बंकर, मरीन और एनएसजी कमांडो के साथ ही बैठक स्थल पर सादी वर्दी में पुलिस भी तैनात रहेगी। पूरे बैठक स्थल की हाइटेक ड्रोन से निगरानी की जाएगी। कार्यक्रम स्थल के पास खोजी कुत्तों के साथ सीआरपीएफ की टीम भी मौजूद होगी। 

डल झील के किनारे स्थित शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एसकेआईसीसी में जी-20 के पर्यटन कार्य समूह का सम्मेलन 22 से 24 मई तक होगा। यह कश्मीर में बीते 37 वर्ष के दौरान होने वाला पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय आयोजन है। इलाके की संवेदनशीलता को देखते हुए डल झील में नेवी के मरीन-मार्कोस कमांडो तैनात रहेंगे।

श्रीनगर और आसपास के इलाकों में बैठकों की तैयारी चल रही है। विदेशी प्रतिनिधियों को बारामूला, दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान और गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट के दर्शनीय स्थलों की यात्रा पर भी ले जाया जाएगा। जम्मू और कश्मीर भी 2023 में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद कर रहा है। फार्मास्युटिकल्स, कोल्ड स्टोरेज, फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स, मेडिसिटीज, एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस आदि ने जम्मू-कश्मीर में एन यूनिट्स स्थापित करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है।

भारतीय सेना की विशेष इकाइयां सभी प्रकार की सहायता प्रदान करेंगी। ऊंची जगहों और गलियारे की सुरक्षा की जाएगी। पहली बार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में एनएसजी कमांडो का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के साथ ड्रोन हमलों, फिदायीन हमलों, आतंकियों से निपटने, वाहन आधारित आईईडी या किसी भी अप्रिय घटना का मुकाबला करने के लिए किया जाएगा।

टॅग्स :Srinagarजी20भारतसीआरपीएफभारतीय सेनाIndian army
Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत