उन्नाव रेप केस: पीड़ित लड़की का परिवार लखनऊ में अस्पताल के बाहर धरने पर, चाचा को पैरोल दिलाने की मांग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 30, 2019 10:46 AM2019-07-30T10:46:55+5:302019-07-30T11:28:12+5:30
परिवार ने साथ ही रविवार को दुर्घटना में मारी गई पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया है। परिवार की मांग है कि जब तक पीड़िता के चाचा महेश सिंह को पैरोल पर छोड़ा नहीं जाता वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
उन्नाव रेप पीड़ित के साथ सड़क हादसे के बाद अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे परिवार ने आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है। पीड़ित लड़की के परिजन लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रॉमा सेंटर के बाहर धरने पर बैठे हैं। पीड़ित परिवार ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को सजा दिलाने के साथ-साथ पीड़िता के चाचा महेश सिंह के भी जल्द रिहाई की मांग रखी है।
परिवार ने साथ ही रविवार को दुर्घटना में मारी गई पीड़ित लड़की की चाची का अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया है। परिवार की मांग है कि जब तक पीड़ित लड़की के चाचा महेश सिंह को पैरोल पर नहीं छोड़ा नहीं जाता वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। महेश सिंह रायबरेली की जेल में बंद हैं।
Lucknow: Family of Unnao rape victim sitting on protest outside King George's Medical University trauma center, where the victim is being treated. Family says, "Kuldeep Sengar should be punished as soon as possible & Mahesh Singh (uncle of victim) should be released from jail," pic.twitter.com/PI5NpetkKd
— ANI UP (@ANINewsUP) July 30, 2019
बता दें कि रविवार को जब उन्नाव रेप पीड़िता अपने दो महिला रिश्तेदारों और वकील के साथ रायबरेली जा रही थी, उसी दौरान सामने से एक ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। इस घटना में वकील और पीड़ित लड़की भी बुरी तरह घायल हो गये और वे अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच जंग लड़ रहे हैं। परिवार ने इस दुर्घटना को साजिश बताते हुए मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है। पीड़ित लड़की की मां ने कहा है कि केस वापस लेने के लिए विधायक की ओर से उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
यूपी सरकार ने की सीबीआई जांच की सिफारिश
उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपेने की सोमवार देर रात सिफारिश कर दी। प्रधान गृह सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने रायबरेली जिले के गुरबख्शगंज थाना में आईपीसी की धारा 302,307, 506,120 के तहत दर्ज अपराध संख्या 305/2019 की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। इस बारे में एक औपचारिक अनुरोध भारत सरकार को भेजा गया है।