ह्यूस्टन विश्वविद्यालय की एक इमारत का नाम बदल कर भारतीय-अमेरिकी दंपति डॉ दुर्गा एवं सुशीला अग्रवाल के नाम पर रखा गया है। विश्वविद्यालय के छात्रों, प्राध्यापकों एवं शोध परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में इस जोड़े के योगदान को मान्यता देने के लिए यह सम्मान दिया गया है।
विश्वविद्यालयों के अधिकारियों ने बताया कि ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी 1927 में स्थापित किया गया सार्वजनिक शोध महाविद्यालय है। विश्वविद्यालय ने अपनी ‘इंजीनियरिंग रिसर्च बिल्डिंग’ का नाम 26 अप्रैल को डॉ दुर्गा डी अग्रवाल एवं सुशीला अग्रवाल के नाम पर रख दिया।
योगदान को मिला सम्मान
विश्वविद्यालय की भारतीय अमेरिकी अध्यक्ष रेणु खटोर ने बताया कि इंजीनियरिंग अनुसंधान इमारत को दुर्गा डी अग्रवाल और सुशीला अग्रवाल का नाम दिया जाएगा, जिन्होंने कालेज को बड़े पैमाने पर अनुदान दिया है। इस इमारत की कुल लागत पांच करोड़ दस लाख अमेरिकी डालर है। इसे 2017 में खोला गया था। इस इमारत के एक तल को पहले ही इस दंपति का नाम दिया जा चुका है।
दिल्ली कालेज आफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद दुर्गा अग्रवाल 1968 में ह्यूस्टन आए थे। उन्होंने यू एच कुलेन कालेज आफ इंजीनियरिंग से औद्योगिक इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री और पीएचडी किया। अग्रवाल ने कहा कि छात्रों को मेरा संदेश यही है कि हमेशा आशावादी रहें। कोई भी व्यक्ति कठिन परिश्रम ,लगन और समर्पण भावना से किसी मुश्किल से मुश्किल लक्ष्य को भी हासिल कर सकता है।