राहुल गांधी के खिलाफ एमयू संकाय के सदस्य ने वीडियो साझा किया, महाराष्ट्र सरकार ने जबरन अवकाश पर भेजा
By भाषा | Published: January 15, 2020 05:48 PM2020-01-15T17:48:46+5:302020-01-15T17:48:46+5:30
पार्टी प्रवक्ता सचिन सावंत ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य ‘‘शिक्षा प्रणाली की साफ-सफाई था।’’ छात्र भारती के पदाधिकारी ने मंगलवार को बताया कि एमयू के महासचिव ने सोमवार दोपहर 11.30 बजे एक पत्र जारी कर कहा कि सोमन को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है।
महाराष्ट्रकांग्रेस के नेता ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो साझा करने के मामले में मुम्बई विश्वविद्यालय (एमयू) संकाय के सदस्य योगेश सोमन को जबरन अवकाश पर भेजा जाना असहिष्णुता नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता सचिन सावंत ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य ‘‘शिक्षा प्रणाली की साफ-सफाई था।’’ छात्र भारती के पदाधिकारी ने मंगलवार को बताया कि एमयू के महासचिव ने सोमवार दोपहर 11.30 बजे एक पत्र जारी कर कहा कि सोमन को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है।
थिएटर कला अकादमी विभाग के निदेशक सोमन ने राहुल गांधी के ‘मैं राहुल गांधी हूं, राहुल सावरकर नहीं ’ बयान की आलोचना करते हुए एक वीडियो साझा किया था। कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन एनएसयूआई और अन्य ने सोमन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कलीना परिसर में धरना-प्रदर्शन भी किया था।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने सोमन को अनिवार्य अवकाश पर भेजे जाने के कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सोमन के खिलाफ यह कार्रवाई असहिष्णुता नहीं है क्या? उन्होंने कहा, ‘‘ आरएसएस की विचारधारा और पृष्ठभूमि वाले कई अक्षम व्यक्ति शिक्षा प्रणाली में विभिन्न पदों पर विराजमान है।
सोमन के खिलाफ की गई कार्रवाई असहिष्णुता नहीं बल्कि शिक्षा प्रणाली से ऐसे तत्वों की साफ-सफाई की प्रक्रिया थी।’’ उन्होंने कहा कि सोमन ‘‘ के पास ना केवल अध्यापन का अनुभव कम है बल्कि उनके पास थिएटर की कोई डिग्री भी नहीं है।’’
सेवा नियमों का हवाला देते हुए सावंत ने कहा कि सोमन के खिलाफ कार्रवाई उचित है। इस बीच, एमयू के कुलपति अजय देशमुख ने छात्रों से कहा है कि मामले में तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया जाएगा।