2017-2020 के बीच 1.2 फीसदी घटी बेरोजगारी, ग्रेजुएट्स के बेरोजगारी आंकड़े में नहीं हुआ कोई बदलाव, सरकार ने संसद में दी जानकारी
By विशाल कुमार | Published: March 29, 2022 10:35 AM2022-03-29T10:35:22+5:302022-03-29T10:37:41+5:30
श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने भाजपा सांसद देबाश्री चौधरी द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया, जिसमें उन्होंने यह जानना चाहा था कि क्या केंद्र सरकार ने देश के युवाओं में उच्च बेरोजगारी दर (ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों) पर ध्यान दिया है।
नई दिल्ली: श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को संसद में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देश में बेरोजगारी दर 2017-18 से 2019-20 तक 1.2 फीसदी घट गई।
यादव ने भाजपा सांसद देबाश्री चौधरी द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया, जिसमें उन्होंने यह जानना चाहा था कि क्या केंद्र सरकार ने देश के युवाओं में उच्च बेरोजगारी दर (ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों) पर ध्यान दिया है।
एक लिखित जवाब में यादव ने कहा कि आंकड़ों से संकेत मिलता है कि ग्रेजुएट्स को छोड़कर, सभी शैक्षणिक स्तरों के लिए 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए सामान्य स्थिति पर बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। हालांकि, ग्रेजुएट्स के लिए बेरोजगारी दर पिछले तीन वर्षों से लगभग स्थिर है।
यादव द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में बेरोजगारी दर 2018-19 में 5.8 फीसदी से गिरकर 4.8 फीसदी हो गई। 2017-18 में बेरोजगारी दर 6 फीसदी थी। वहीं, ग्रेजुएट्स के बेरोजगारी का आंकड़ा 2018-19 में 16.9 फीसदी से 2019-20 में बढ़कर 17.2 फीसदी हो गई।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, भारत की बेरोजगारी दर फरवरी में छह महीने के उच्चतम 8.10 फीसदी पर पहुंच गई, जबकि जनवरी और दिसंबर में यह क्रमशः 6.57 फीसदी और 7.91 फीसदी थी।
सीएमआईई के आंकड़ों में कहा गया है कि फरवरी का यह आंकड़ा पिछले साल अगस्त (8.3 फीसदी) के बाद सबसे अधिक था।