'पीएम मोदी के नेतृत्व में अमेरिका-लैटिन और कैरेबियाई देशों के साथ संबंध हुए मजबूत, व्यापार 50 अरब डॉलर तक पहुंचा': एस. जयशंकर
By अंजली चौहान | Published: August 3, 2023 02:06 PM2023-08-03T14:06:20+5:302023-08-03T14:11:12+5:30
एस जयशंकर ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई (एलएसी) देशों के साथ भारत का जुड़ाव मजबूत हुआ है, द्विपक्षीय व्यापार 50 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है।
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को राजधानी में 9वें भारतीय उद्योग परिसंघ-एलएसी कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में भारत और लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई क्षेत्रों के बीच संबंध एक नए पथ पर आगे बढ़े हैं।"
विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में जब से पीएम मोदी सत्ता में आए हैं, हमारे संबंध एक नए पथ पर आगे बढ़े हैं। इस क्षेत्र के साथ भारत के संबंधों को संपूर्ण दायरे में विकसित किया जा रहा है।
लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्रों में 34 उच्च-स्तरीय यात्राओं के साथ उल्लेखनीय भागीदारी देखी गई है, जिसमें राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की छह-छह यात्राएं और प्रधानमंत्री की चार यात्राएं शामिल हैं।
कॉन्क्लेव में एस जयशंकर ने कहा कि भारत-एलएसी साझेदारी का भविष्य चार महत्वपूर्ण स्तंभों पर आधारित होगी जिसमें आपूर्ति श्रृंखला विविधीकरण, संसाधन साझेदारी, विकासात्मक साझेदारी साझा करना और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना शामिल है।
जयशंकर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान दोनों क्षेत्रों के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 50 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है, जो हमारी आर्थिक साझेदारी की "ताकत और क्षमता" दोनों का प्रमाण है।
#WATCH | Delhi: Addressing 9th CII India-LAC Conclave “Furthering Economic Partnerships for Shared & Sustained Growth”, EAM S Jaishankar says, "...Over the last nine years since PM Modi has been at the helm, our ties (with Latin America and the Caribbean) have moved on a new… pic.twitter.com/L2d3eVMzlQ
— ANI (@ANI) August 3, 2023
शेष विश्व के साथ एलएसी देशों के साथ भारत के व्यापार की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि यह ध्यान देने वाली बात है कि ब्राजील को भारत का निर्यात 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर है जो जापान को हमारे निर्यात से लगभग दोगुना है। इसी तरह, मेक्सिको को हमारा निर्यात 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जो कनाडा को हमारे निर्यात से अधिक है।
फार्मा और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में भारत की अहम भूमिका
विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि कृषि, ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मा और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति के साथ भारतीय कंपनियों ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों ने इस क्षेत्र में लगभग 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, इससे पता चलता है कि भारतीय व्यवसायों की इस क्षेत्र में कितनी रुचि है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने हमारे साझेदारों क्यूबा, बोलीविया, गुयाना, होंडुरास, जमैका, निकारागुआ और सूरीनाम को 35 क्रेडिट लाइनें दी हैं।
इन लाइनों के तहत लगभग 900 मिलियन अमेरिकी डॉलर का विस्तार किया गया है और हम इनमें से 21 प्रतिबद्ध परियोजनाओं को पहले ही पूरा कर चुके हैं। हमारी विकास परियोजनाओं ने रोजगार पैदा किया है।
जयशंकर ने जुड़ाव का एक और बिंदु जो छुआ वह कच्चे और तैयार माल के आयात और निर्यात के संदर्भ में व्यापार साझेदारी की पूरक प्रकृति थी।