UIDAI ने आधार कार्ड को लेमिनशन कराने के गिनाए नुकसान, दिए जरूरी निर्देश
By भारती द्विवेदी | Published: February 6, 2018 07:12 PM2018-02-06T19:12:48+5:302018-02-06T19:50:54+5:30
लेमिनेशन की वजह से आधार कार्ड में मौजूद क्यूआर कोड काम करना बंद कर सकता है या लोगों की सहमति के बिना ही उनकी पर्सनल इंफॉर्मेंशन सार्वजनिक हो सकती है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार कार्ड पर लेमिनेशन कराने से मना किया है। यूआईडीएआई के मुताबिक ऐसा कराने से आधार कार्ड में मौजूद क्यूआर कोड काम करना बंद कर सकता है या लोगों की सहमति के बिना ही उनकी पर्सनल इंफॉर्मेंशन सार्वजनिक हो सकती है।
यूआईडीएआई के ये निर्देश आधार कार्ड की जानकारी चोरी होने के बाद आई है। बीते दिनों लगातार आधार कार्ड की जानकारी लीक होने के मामले सामने आ रहे थे। हालांकि वे सभी वेबसााइटों से लीक होने के थे। लेकिन अब यूआईडीएआई ने लेमिनेशन कराते वक्त भी जानकारी लीक होने की बात कही है।
Plastic/PVC #Aadhaar Smart Card is not usable. Aadhaar letter/its cutaway portion/downloaded versions on ordinary paper/mAadhaar are valid & people shouldn't yearn for so-called Aadhaar smart card as it may make them fall to ploys of unscrupulous elements: UIDAI pic.twitter.com/ZVMrvhqaKB
— ANI (@ANI) February 6, 2018
यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सीईओ अजय भूषण पांडे के अनुसार प्लास्टिक का आधार कार्ड पूरी से गैर-जरूरी है। सामान्य कागज पर या मोबाइल आधार कार्ड पूरी तरह से वैध है। उनके हिसाब से लेमिनेटेड आधार कार्ड का कोई कॉन्सेप्ट ही नहीं है। आधार कार्ड पर होने वाले 300 रुपए के खर्च को भी गैर-जरूरी बताया है।
बता दें कि आधार को हर जगह अनिवार्य करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और हाईकोर्ट के पूर्व जज ने आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती पेश की है। इस मामले में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एके सिकरी, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है।