जब अस्पताल में था, शिंदे सरकार गिराने की...उनपर भरोसा किया..., उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर बोला हमला
By अनिल शर्मा | Published: July 26, 2022 11:28 AM2022-07-26T11:28:00+5:302022-07-26T12:28:44+5:30
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सामना को दिए साक्षात्कार में विद्रोहियों पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विद्रोही इस बात से नाराज हैं कि वह बाल ठाकरे की मृत्यु के बाद भी शिवसेना को खड़ा करने में कामयाब रहे। उन्होंने आरोप लगाया, वे शिवसेना को ठाकरे से अलग करना चाहते हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर आरोप लगाया है कि जब वह अस्पताल में भर्ती थे, वह उनकी सरकार गिराने की कोशिश में लगे थे। उद्धव ने अपनी पार्टी के मुखपत्र सामना को दिए साक्षात्कार में कहा है कि जब उनकी हालत अच्छी नहीं थी, अस्पताल में भर्ती थे और मुश्किल से चल पा रहे थे, तब शिंदे उनकी सरकार गिराने में लगे थे। उद्धव ठाकरे ने विद्रोहियों की तुलना सड़े हुए पत्तों से की।
उद्धव ठाकरे ने कहा, "मेरी सरकार चली गई, मुख्यमंत्री का पद चला गया। मुझे कोई पछतावा नहीं है। लेकिन मेरे अपने लोग धोखेबाज निकले। उन्होंने कहा जब मैं अपनी सर्जरी से उबर रहा था तो वे मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे थे। उद्धव ने अपने पिता बाल ठाकरे द्वारा स्थापित पार्टी पर अपना नियंत्रण छीनने की धमकी देने वाले विद्रोहियों से साफ कहा कि शिवसेना अदालतों और सड़कों पर लड़ाई जीतेगी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने शिंदे को संबोधित करते हुए कहा कि "उन्होंने मुझे धोखा दिया है, पार्टी को विभाजित किया है। उन्हें अपने पिता की छवियों का उपयोग करके वोट मांगना चाहिए। शिवसेना के पिता की छवियों का उपयोग करके वोट मांगना बंद करें।" शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जब वह गर्दन की एक बड़ी सर्जरी से उबर रहे थे, उन्होंने ऐसी खबरें सुनीं कि "कुछ मेरे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे थे जबकि कई लोग चाह रहे थे मैं अस्वस्थ रहूं। उद्धव ने कहा कि उस समय वे सक्रिय रूप से मेरे खिलाफ साजिश कर रहे थे।''
उद्धव ने एकनाथ शिंदे को लेकर कहा, मैंने उन्हें पार्टी में नंबर दो का दर्जा दिया। पार्टी की देखभाल के लिए उनपर भरोसा किया लेकिन उस विश्वास को उन्होंने तोड़ा। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि विद्रोही इस बात से नाराज हैं कि वह बाल ठाकरे की मृत्यु के बाद भी शिवसेना को खड़ा करने में कामयाब रहे। उन्होंने आरोप लगाया, वे शिवसेना को ठाकरे से अलग करना चाहते हैं। उन्होंने इसकी तुलना "कांग्रेस को गांधी परिवार से अलग करने" से की।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि भाजपा अन्य दलों के बड़े नेताओं को साधने की कोशिश में लगी है। उन्होंने दावा किया, "जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस से सरदार पटेल को हटाने की कोशिश की, वे मेरे पिता के साथ भी ऐसा ही कर रहे हैं।"
बाल ठाकरे की विरासत का दावा करने वाली एकनाथ शिंदे सेना को लेकर उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि जब तक बागियों की अयोग्यता पर फैसला नहीं हो जाता, तब तक चुनाव आयोग को यह तय करने से रोका जाए कि पार्टी का नियंत्रण किसके पास है। टीम शिंदे ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के बाद दावा किया कि यह "असली शिवसेना" है।
उधर, चुनाव आयोग ने शिवसेना के दोनों धड़ों से आठ अगस्त तक दस्तावेजी सबूत पेश करने को कहा है ताकि यह साबित हो सके कि महाराष्ट्र पार्टी का नेतृत्व कौन करता है।