नई दिल्ली: तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के दो करीबी रिश्तेदार उतर प्रदेश के सहारनपुर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। मौलाना साद के दो रिश्तेदारों के नमूनों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने थाना मण्डी क्षेत्र के मोहल्ला मुफ्ती इलाके को सील कर दिया है और यहां के अन्य आठ लोगों को भी क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। पुलिस उन लोगों का भी पता लगा रही है, जो पिछले कुछ दिनों में इन दोनों के सम्पर्क में आए थे।
दक्षिण अफ्रीका से आकर लॉकडाउन से पहले दोनों रिश्तेदार मरकज मे रुके थे
दो संक्रमित व्यक्ति मौलाना साद के ससुराल के हैं। लॉकडाउन से पहले दोनों मरकज मे रुके थे। दोनों हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे, जिस आधार पर इन दोनों सहित चार लोगों को पृथकवास में रखा गया था। जांच में दोनों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। अब प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि ये लोग किन किन के सम्पर्क में रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि जो लोग भी इनके सम्पर्क में आये थे उन्हें पृथकवास में रखा जा रहा है।
तबलीगी जमात के चीफ मौलाना साद पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। यह हत्या के मामले में दूसरी सबसे बड़ी धारा है। दिल्ली पुलिस ने यह कदम निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों की कोरोना वायरस से मौत और जमात में शामिल लोगों में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैलने के बाद उठाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, साद और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 जोड़ी गई है।
लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने को लेकर भी केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी पर लॉकडाउन के आदेशों का कथित तौर पर उल्लंघन कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने के आरोप में भी प्राथमिकी दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद कांधलवी समेत सात लोगों को नोटिस भी जारी किया था। नोटिस में 26 सवाल पूछे गए हैं, जिसमें नाम, पता, संगठन का पंजीकरण विवरण, उसके पदाधिकारियों का विवरण, पिछले तीन वर्षों में मरकज द्वारा भरे गए आयकर रिटर्न का विवरण, पैन नंबर, बैंक खाता संख्या और पिछले एक वर्ष के बैंक स्टेटमेंट उपलब्ध कराना शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस सूत्र ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद का पता लग गया है। निजामुद्दीन इलाके में पिछले महीने एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से वह फरार थे। पुलिस सूत्रों ने 8 अप्रैल को जानकारी दी कि दक्षिण पूर्वी दिल्ली के जाकिर नगर में मौलाना के मौजूद होने का पता चला। हालांकि, इससे पहले मौलाना के वकील तौसीफ खान ने कहा था कि साद स्व पृथक वास में हैं और 14 दिनों की अवधि खत्म होने के बाद वह जांच में शामिल होंगे।
देश में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित
मार्च महीने में निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 25,000 से अधिक सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों को पृथक वास में रखा गया है। निजामुद्दीन के धार्मिक कार्यक्रम में कम से कम 9,000 लोग शामिल हुए थे। बाद में इनमें से कई लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों की यात्राएं कीं। तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस हुआ है और 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।