Election 2024: MP की 29 सीट के दो बड़े चेहरे तय, जिनकी रणनीति तय करेगी हार जीत
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Updated: February 23, 2024 14:10 IST2024-02-23T14:08:15+5:302024-02-23T14:10:18+5:30
MP की 29 सीट के मुकाबले के दो बडे चेहरे तय। BJP में अमित शाह तो कांग्रेस में अब दिग्विजय होंगे रणनीतिकार। जानिए Loksabha Election पर ये रिपोर्ट।

Election 2024: MP की 29 सीट के दो बड़े चेहरे तय, जिनकी रणनीति तय करेगी हार जीत
एमपी की सियासत में रणनीति के बदले चेहरे
मध्य प्रदेश की राजनीति हर चुनाव में करवट ले रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव को बीजेपी ने सीएम शिवराज के चेहरे पर लड़ा तो कांग्रेस ने कमलनाथ,दिग्विजय,सिंधिया के चेहरों को आगे रख बीजेपी को पछाड़ा, 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंधिया दल बदल कर बीजेपी में आ गए और दिग्विजय कमलनाथ की जोड़ी ने चुनाव की रणनीति बनाई। हालांकि कांग्रेस की रणनीति पार्टी के काम नहीं आई और 29 सीटों में से सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई। 2023 का विधानसभा चुनाव बीजेपी ने अमित शाह की रणनीति पर लड़ा। तो कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ- दिग्विजय को आगे रखा। लेकिन इस चुनाव में भी पार्टी को हर का सामना करना पड़ा।
अमित शाह बनाएंगे जीत की रणनीति
अब बदले हालातों में 2024 के इलेक्शन की बदली तस्वीर सामने है। बीजेपी ने अब एक बार फिर अमित शाह की रणनीति पर 29 सीटों का प्लान बनाना शुरू कर दिया है। शाह के दौरों की शुरुआत 25 फरवरी से हो रही है। जिसमें शाह ग्वालियर भोपाल का दौरा कर पार्टी की रणनीति को तय करेंगे।
कांग्रेस के फ्रेम में अब दिग्विजय-जीतू
तो वहीं मध्य प्रदेश में कमलनाथ के बीजेपी में जाने के कयासों के थमने के बाद अब दिग्विजय सिंह ही कांग्रेस का झंडा उठाए दिखाई दे रहे हैं। कमलनाथ पार्टी की बैठकों में वर्चुअल जुड़ रहे हैं तो दिग्विजय सिंह राजगढ़ ब्यावरा गुना ग्वालियर से लेकर दिल्ली तक में सक्रिय नजर हैं। आलम यह की प्रदेश कांग्रेस के कमान संभालने वाले जीतू पटवारी दिग्विजय सिंह की रणनीति के भरोसे पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं।
कुल मिलाकर मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को भाजपा पूरी गंभीरता के साथ ले रही है। हर बूथ में 370 वोट बढ़ाने से लेकर पीएम मोदी और अमित शाह के दौरे प्लान तैयार हो रहे हैं पार्टी ने चुनावी कार्यक्रम के लक्ष्य तय कर दिए हैं। तो वहीं कांग्रेस हार से उबरने की कोशिश में है लेकिन 2018 में तैयार हुई कांग्रेस के कमलनाथ- दिग्विजय और सिंधिया वाली जोड़ी अब दिग्विजय पर सीमित होकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी में बड़ा चेहरा दिग्विजय सिंह ही नजर आ रहा है और अब दिग्विजय प्रदेश की नई इकाई के साथ पार्टी में कितनी जान फूक पाते हैं इस पर सब की नजर है।