पटना: बिहार में महागठबंधन सरकार बनने के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गई है। 10 लाख रोजगार के मुद्दे पर शुरू हुई बहस हिंदुत्व पर आ गई। दरअसल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हाल ही में ट्विटर पर तेजस्वी यादव का एक वीडियो शेयर किया।
इसमें तेजस्वी एक इंटरव्यू में कह रहे हैं कि 10 लाख रोजगार देने का जो वादा किया था वह मुख्यमंत्री बनने पर पूरा करेंगे, अभी तो हम उप मुख्यमंत्री हैं। फिर भी हम सरकार में हैं और अपने वादे पर कायम हैं। कहा कि जो वीडियो आपने शेयर किया है, उसे पूरा देखिये। इस बात पर गिरिराज सिंह ने कटाक्ष किया।
इसके बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि श्रीमान जी, इतना बेशर्म मत बनिए। एक फुट लंबी चोटी रखने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता, जैसे आप रखते हैं। आप लोगों की इन चिरकुट हरकतों, एडिटेड वीडियो और सड़क छाप बयानों की बदौलत ही भाजपा की यह दुर्दशा है। इन बेचारों का बिहार में कोई चेहरा ही नहीं।
इसके बाद गिरिराज सिंह ने पलटवार कर इसे हिंदू प्रतीक चिह्नों पर हमला बताया है। उन्होंने लिखा कि बिहार की सेक्युलर सरकार के शीर्ष नेताओं ने हिंदू प्रतीक चिह्न टीका-शिखा पर हमले शुरू कर दिए हैं।
वहीं अपने भाई तेजस्वी यादव के समर्थन में उतरी बहन रोहिणी ने एक कदम आगे बढ़कर मर्यादा की सीमा लांघ दी। रोहिणी आचार्य ने गिरिराज सिंह को गिद्धराज सिंह का नाम दे दिया और कई भद्दी भद्दी बातें कहीं।
रोहिणी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि "श्री गिद्धराज सिंह जैसे बयानवीर बुजुर्ग इंसान से हमें बस इतनी ही कहना है कि तेजस्वी से सवाल करना जितना आपका नैतिक अधिकार है उतनी ही इस देश की जनता को आपसे सवाल करने का नैतिक अधिकार है।"
एक अन्य ट्वीट में रोहिणी लिखती हैं-"श्रीमान गिद्धराज सिंह नहीं न चलिए छोड़िए आपके साहब फेकूंचंद का एक और वादा याद दिलाते हैं वो दो करोड़ युवाओं को रोजगार का क्या हुआ आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी।"
रोहिणी यहीं नही रुकतीं। वह ट्वीट करती हैं- "लेकिन गिद्धराज सिंह को जवाब चाहिए मात्र कुछ घंटों पहले वाली तेजस्वी की सरकार से।" इस तरह से बिहार के युवा उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी बहन रोहिणी पुराने और वरिष्ठ भाजपाई गिरिराज सिंह पर अमर्यादित टिप्पणी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।