लाइव न्यूज़ :

कांग्रेस की स्थापना: क्यों एक देशभक्त संगठन ने ब्रिटिश अफसर को मुखिया चुना था

By स्वाति सिंह | Updated: December 28, 2017 08:37 IST

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को मुंबई में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज भवन में की गई थी। 

Open in App

28 दिसम्बर 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना अचानक होने वाली कोई अनपेक्षित घटना नहीं थी। 1860 और 1870 के दशकों से ही भारतीय नागरिकों में राजनितिक चेतना पनपने लगी थी। कांग्रेस की स्थापना इसी बढ़ती हुई चेतना का ही परिणाम था।

1870 दशक के अंत और 1880 के दशक के शुरू में भारतीय नागरिक राजनितिक रूप से जागरूक हो गए थे। 1885 ने इस राजनितिक चेतना के करवट ली।

भारतीय राजनीति में बुद्धिजीवी सक्रीय हुए, स्वार्थ हितों के बजाएं राष्ट्र हितों पर आवाज उठने लगे। उनके इस प्रयास में सफलता तब मिली जब एक 'राष्ट्रीय दल' का गठन हुआ।एक ऐसा दल, जो राष्ट्रीय चेतना का प्रतिक था, भारतीय राजनीति का एक प्लेट फॉर्म, एक संगठन , एक मुख्यालय। 

पर जब लोगों में राजनीति जज्बा, योग्यता और देशभक्ति सब मौजूद थी तो ये सवाल सोचनीय हैं कि आखिर ए ओ ह्यूम को इस संगठन का मुखिया क्यों बनाया गया था। इस बात का खुलासा तब हुआ हयूम की जीवनी 1913 में प्रकाशित हुई। 

न्याय मूर्ति रानाडे, दादा भाई नौरोजी, फिरोजशाह मेहता, एस सुब्रह्यण्यम अय्यर और बाद आए सुरेन्द्र नाथ बनर्जी जैसे उत्साहित और प्रतिबद्ध नेताओं ने इसलिए हयूम का सहयोग लिया क्योंकि वह शुरू में ही सरकार से दुश्मनी नहीं मोल लेना चाहते थे। उनका सोचना था कि कांग्रेस जैसे सरकार विरोधी संगठन का मुख्य संगठनकर्ता, एक ऐसा शख्स हो जो ब्रिटिश सरकार से सम्बंध रखता हो तो इस संगठन के प्रति सरकार का शक कम होगा और इस कारण कांग्रेस पर सरकारी हमलों की गुंजाइश भी कम होगी।

अगर दूसरे शब्दों में कहें तो उस वक्त हयूम इस्तेमाल केवल एक सुरक्षा कवच की तरह किया था और जैसे की हालात गवाह हैं इस मामलें में कांग्रेस नेताओं का अंदाजा और उम्मीदें सही निकलीं।

टॅग्स :कांग्रेसइंडियाहिस्ट्री
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारत अधिक खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट