नोएडा: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से हो रही वृद्धि के बाद पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां के तत्कालीन डीएम बीएन सिंह को फटकार लगाते हुए ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद सीएम योगी ने नोएडा जिले की कमान युवा आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई को सौंपी। इसके बाद से ही नोएडा के नए डीएम एक्शन मोड में दिख रहे हैं।
डीएम सुहास एलवाई ने अब एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि जिले के सभी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों का लॉकडाउन अवधि तक की फीस माफ होगी।
दरअसल, यूपी डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए, गौतमबुद्धनगर के जिला मजिस्ट्रेट सुहास एलवाई ने शैक्षणिक संस्थानों को कोरोनो वायरस लॉकडाउन अवधि तक की फीस जमा नहीं लेने का आदेश दिया है। साफ है कि जबतक लॉकडाउन रहेगा छात्रों को तब तक की फीस स्कूल में जमा नहीं करना होगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-11 की बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा था कि अगर 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुलता है तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे। ऐसे में जो जहां फंसा होगा, वहां से आने का प्रयास करेगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इसके लिए अभी से कार्य योजना तैयार करें। स्कूल, कॉलेज, अलग-अलग तरह के बाजार और मॉल कब और कैसे खुलेंगे इसकी कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने कहा था कि इंदौर जैसी घटना उत्तरप्रदेश में कहीं भी कतई नहीं होनी चाहिए। ऐसे लोगों पर डिजास्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करें। जो भी लोग सरकार से असहयोग करें उन पर कड़ी निगरानी रखें।
गाजियाबाद के अस्पताल में जिन लोगों ने अराजकता फैलाई है उन सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। यहां जारी एक सरकारी बयान में बताया गया था कि शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जरूरतमंद तक समय से भोजन पहुंचाना सुनिश्चित करें। इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद लें। संबंधित जिलों के डीएम से समन्वय कर आंगनबाड़ी का पौष्टिक आहार भी घर-घर तक पहुंचाएं। योगी ने कहा था कि हमें दो स्तर पर तैयारी करनी होगी।
मौजूदा हालात और भविष्य के मद्देनजर रणनीति तैयार करें। हर जिले में कम्यूनिटी किचन चलाएं। इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं सहित अन्य जो लोग भी मदद देना चाहें उनकी मदद लें। हर कोई भोजन बांटने न निकले इसके लिए कुछ कलेक्शन सेंटर बनाएं। वहां भोजन एकत्र हो और बंटने के लिए जाएं। भविष्य की तैयारियों के मद्देनजर एनएसएस, एनसीसी, स्काउट्स और युवक मंगल दल में से वालंटियर तैयार करें। इनको कोराना के संक्रमण को रोकने और संक्रमण के दौरान क्या करना है, इस बाबत प्रशिक्षण दें।