पुलवामा हमले के बाद लोकसभा चुनाव-2014 का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें नरेंद्र मोदी उस वक्त की कांग्रेस सरकार से आतंकवाद पर सवाल पूछ रहे हैं। इस वीडियो में मोदी, कांग्रेस सरकार से 5 सवालों के जवाब मांग रहे हैं। 14 फरवरी को सीआरपीएफ जवानों पर हमले की घटना के बाद से लोग इस वीडियो को एक बार फिर शेयर करते हुए पीएम मोदी से उनके ही सवालों के जवाब मांग रहे हैं।
इस वीडियो में मोदी द्वारा पूछे गए 5 सवाल:
पहला सवाल: मुझे जवाब दीजिए ये जो आतंकवादी हैं, जो नक्सलवादी हैं, उनके पास शस्त्र और गोला-बारूद कहां से आता है? वो तो विदेश की धरती से आता है और सीमाएं सम्पूर्ण रूप से आपके कब्जे में हैं। सीमा सुरक्षा बल आपके कब्जे में है।
दूसरा सवाल: आतंकवादियों के पास धन आता है, हवाला से आता है, पूरा मनी ट्रांजेक्शन का कारोबार भारत सरकार के कब्जे में है, आरबीआई के अंडर में है, बैंकों के माध्यम से होता है। क्या प्रधानमंत्री, आप इतनी निगरानी नहीं रख सकते कि ये जो धन विदेश आकर आतंकवादियों के हाथ में जाता है, आपके हाथ में है, आप उसे क्यों नहीं रोकते हैं?
तीसरा सवाल: विदेशों से घुसपैठिए आते हैं। घुसपैठिए आतंकवादियों के रूप में आते हैं। आतंकवादी घटनाएं करते हैं और भाग जाते हैं। प्रधानमंत्री जी आप मुझे बताइए, सीमाएं आपके हाथ में हैं, पर्सनल सिक्योरिटी आपके हाथ में है। बीएसएफ-सेना सब आपके हाथ में है, नेवी आपके हाथ में है, ये विदेश से घुसपैठिए कैसे भारत में घुस जाते हैं?
चौथा सवाल: सारा कम्यूनिकेशन भारत सरकार के अंडर में है, कोई फोन पर बात करता है, ईमेल भेजता है, कोई भी कम्यूनिकेशन करता है, भारत सरकार उसे इंटरेप्ट (इंटरसेप्ट) कर सकती है। इंटरसेप्ट करके जानकारियां पा सकती हैं, कि आतंकवादी गतिविधि में कौन सा कम्यूनिकेशन चल रहा है और आप उसे रोक सकते हो। मैं पूछना चाहता हूं प्रधानमंत्री को, इस विषय में आपने क्या किया है?
पांचवां सवाल: विदेशों में जो आतंकवादी भाग चुके हैं, जो लोग विदेशों में बैठकर हिंदुस्तान में आतंकवाद की घटनाएं कर रहे हैं, उनको प्रत्यरोपण के द्वारा हिंदुस्तान में लाने का हमें अधिकार होता है। आपकी विदेश नीति में वह क्या ताकत है?
इन सवालों को पूछने के बाद मोदी आगे कहते हैं, “एक बार इन पांचों मुद्दों पर कुछ करके दिखाइए, आतंकवाद जड़-मूल उखड़ जाएगा। राज्यों के अधिकार हथियाकर, राजनीति करने का खेल छोड़ दीजिए। दिल्ली की सल्तनत के पास मेरे इन सवालों के जवाब नहीं हैं। दिल्ली की सरकार में वो सीना नहीं है।”
पुलवामा हमले में शहीद हुए थे 40 जवान: 14 फरवरी को दोपहर करीब 3 बजे सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में यात्रा कर रहे थे। इस दौरान श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा के लातूमोड़ में आतंकियों घात लगाकर जवानों पर हमला किया। इनमें से ज्यादातर जवान छुट्टी के बाद फिर से ड्यूटी पर लौट रहे थे। इस हमले में 40 जवानों ने अपनी जान गंवा दी।
श्रीनगर से करीब 20 किलोमीटर दूर हुए इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह ने ली। पुलिस ने फिदायीन हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में की। अधिकारियों ने बताया कि वह 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था।