"तृणमूल शेख शाहजहां को नहीं बचा रही है, हाईकोर्ट ने पुलिस के हाथ बांध दिए हैं", मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 26, 2024 08:08 AM2024-02-26T08:08:10+5:302024-02-26T08:45:02+5:30
संदेशखाली घटना को लेकर जारी तनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी फरार नेता शेख शाहजहां का बचाव नहीं कर रही है।
दक्षिण 24 परगना: संदेशखाली घटना को लेकर जारी तनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी फरार नेता शेख शाहजहां का बचाव नहीं कर रही है, लेकिन उच्च न्यायालय ने राज्य पुलिस के हाथ बांध दिए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने कहा, "मानवाधिकार वाले हर दिन कह रहे हैं, शेख शाहजहां को गिरफ्तार करो लेकिन जब हाईकोर्ट ने हाथ बांध दिए तो पुलिस क्या करेगी? 5 जनवरी को ईडी अधिकारियों के साथ मारपीट की गई, इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने एसआईटी का गठन किया। ईडी ने अपील की और फैसले पर रोक लगाने की मांग की। चीफ जस्टिस की बेंच ने ईडी के अनुरोध को स्वीकार कर लिया, मामले की सुनवाई 6 मार्च को होगी। अगर हाईकोर्ट राज्य पुलिस प्रशासन के हाथ बांध देगा तो पुलिस गिरफ्तारी कैसे करेगी? पुलिस को एफआईआर के आधार पर कार्रवाई करने के लिए 15 दिन या एक महीने का समय दिया जाना चाहिए।”
इससे पहले, भाजपा नेताओं के संदेशखाली दौरे पर निशाना साधते हुए तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि भाजपा अचानक पश्चिम बंगाल में सक्रिय हो गई है, हालांकि वह पिछले दो वर्षों में यह कहीं नहीं दिखाई दे रही थी।
उन्होंने कहा, "जो भाजपा यहां दो साल तक नजर नहीं आई थी, वह अब चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में अचानक फिर से सक्रिय हो गई। वे पिछले दो साल से कहां थे? तृणमूल कांग्रेस ब्रिगेड 10 मार्च को परेड ग्राउंड में एक विशाल सार्वजनिक बैठक कर रही है। अगर बीजेपी में हिम्मत है तो हमारी जनसभा के दूसरे-तीसरे दिन वहां बैठक करें और उतनी ही संख्या में लोग इकट्ठा करें, जितनी हमारी जनसभा में आएंगे।''
मालूम हो कि संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों द्वारा उन पर किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से हथियार उठा रही हैं। इस घटना में शाहजहां के करीबी दो तृणमूल नेता उत्तम सरदार और शिबू हाजरा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।