तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को बड़ा झटका, टीएमसी नेता और कोलकाता महापौर फिरहाद हकीम के दामाद यासिर हैदर कांग्रेस में शामिल, आखिर क्या है वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 19, 2023 08:17 PM2023-08-19T20:17:18+5:302023-08-19T20:18:30+5:30
यासिर हैदर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के साथ अपने करीबी संबंधों के लिए जाने जाते हैं और कभी पार्टी की युवा शाखा के राज्य सचिव थे।
कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और शहर के महापौर फिरहाद हकीम के दामाद यासिर हैदर शनिवार को यहां विपक्षी दल कांग्रेस में शामिल हो गये। यासिर हैदर ने इस साल की शुरुआत में पार्टी छोड़ दी थी। हैदर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के साथ अपने करीबी संबंधों के लिए जाने जाते हैं और कभी पार्टी की युवा शाखा के राज्य सचिव थे।
टीएमसी छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने के कारणों को लेकर हैदर ने तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के राज्य सचिव के रूप में उनका नाम ‘‘रहस्यमय तरीके से’’ हटाए जाने पर अपनी ‘‘नाखुशी’’ व्यक्त की। हैदर ने कहा, ‘‘मेरी पहचान एक राजनीतिक नेता के रूप में नहीं बल्कि एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में है। मेरा जमीनी स्तर पर लोगों के साथ घनिष्ठ संबंध है।
मैंने पार्टी के लिए दिन-रात काम किया लेकिन मुझे उसका कोई इनाम नहीं मिला।’’ वह कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। राज्य सरकार में मंत्री हकीम ने इस घटनाक्रम को ज्यादा तवज्जो नहीं दी। हकीम ने कहा, ‘‘मुझे इसे घटनाक्रम से कोई फर्क नहीं पड़ता।
मेरा मानना है कि वह दिन दूर नहीं जब कांग्रेस का नाम केवल इतिहास की किताबों में ही मिलेगा। यह ऐसे लोगों को शामिल कर रही है जिनकी अपनी कोई पहचान नहीं है लेकिन वे फिरहाद हकीम के करीबी लोगों के रूप में जाने जाते हैं।’’ जब हैदर से पूछा गया कि क्या कांग्रेस में शामिल होने से पहले उनकी हकीम के साथ कोई चर्चा हुई थी, तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनका सम्मान करता हूं।
मैं उन्हें एक नेता के रूप में देखकर बड़ा हुआ हूं। लेकिन हमारी विचारधाराएं अब बदल गई हैं।’’ इस सवाल पर कि उन्होंने भाजपा के बजाय कांग्रेस को क्यों चुना, हैदर ने कहा, ‘‘मैं राम मंदिर या मस्जिद पर राजनीति नहीं करता। मुझे लोगों के लिए काम करना पसंद है और कांग्रेस इसके लिए सबसे अच्छा मंच है।’’