लातूर, 16 नवंबर महाराष्ट्र के लातूर में एक कॉलेज के छात्रों और कर्मचारियों ने प्रकृति संरक्षण अभियान के तहत पिछले सात वर्षों के दौरान खाली पड़े हुए एक शवदाह गृह परिसर में 300 से अधिक पेड़ लगाकर उसे हरे-भरे बाग के रूप में विकसित करने का अनूठा कार्य किया है।
लातूर नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाला खडगांव श्मशान घाट लंबे समय से उपेक्षित अवस्था में खाली पड़ा हुआ था, जिसमें कोई गेट नहीं था, पूरे परिसर में लंबी जंगली घास उग आई थी और आवारा जानवर इसे अपना अड्डा बना रहे थे।
लेकिन, श्रीमती सुशीलादेवी देशमुख सीनियर कॉलेज के छात्रों और अन्य कर्मचारियों ने श्मशान घाट को एक नया रूप देने का फैसला किया।
नगरसेवक राजकुमार जाधव ने कॉलेज के छात्रों और कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की है। यह क्षेत्र इनके ही क्षेत्राधिकार में आता है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजय पाटिल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 2014 से उन्होंने नगर निकाय से अनुमति लेने के बाद परिसर में नीम, बरगद, गुलमोहर और पीपल सहित विभिन्न किस्मों के 300 से अधिक पेड़ लगाए हैं।
उन्होंने कहा, "पेड़ अब बड़े हो गए हैं और परिसर का नजारा पूरी तरह से बदल गया है। श्मशान घाट अब एक बाग के रूप में गुलजार हो गया है।
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