नई दिल्ली, 12 सितम्बर : थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को शीर्ष कमांडरों के साथ बैठक कर व्यापक सांगठनिक पुनर्संरचना और बल का आकार कम करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि थलसेना के शीर्ष अधिकारियों ने दुनिया की सबसे बड़ी सेना में सुधार से जुड़ी दो समितियों की अलग-अलग रिपोर्टों पर मंथन किया। उन्होंने कहा कि अगले महीने होने वाली एक बैठक में शीर्ष कमांडर थलसेना का आकार कम करने और इसमें सुधार के अन्य उपायों पर चर्चा करेंगे।
ऐसे संकेत हैं कि पुनर्संरचना की प्रक्रिया के तहत थलसेना अगले पांच साल में अपने कर्मियों की संख्या में एक लाख से ज्यादा की कटौती कर सकती है। बल में अभी करीब 13 लाख जवान कार्यरत हैं।
सूत्रों ने बताया कि कमांडरों ने थलसेना की आधुनिकीकरण प्रक्रिया की समीक्षा की और बल को नए प्लैटफॉर्मों और हथियारों से लैस करने की जरूरत पर जोर दिया। रक्षा मंत्रालय थलसेना के लिए पहले ही सुधार के कई उपाय घोषित कर चुका है।