प्रज्ञा की राह में तोगड़िया बनेंगे बाधा, जानिए कैसे?
By शिवअनुराग पटैरया | Published: April 20, 2019 05:55 AM2019-04-20T05:55:14+5:302019-04-20T05:55:14+5:30
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल लोकसभा सीट पर भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ हिन्दुस्तान निर्माण दल के प्रवीण तोगड़िया ने अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल लोकसभा सीट पर भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ हिन्दुस्तान निर्माण दल के प्रवीण तोगड़िया ने अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है. तोगड़िया ने भोपाल से बजरंग दल के पदाधिकारी रहे कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है. तोगड़िया के समर्थक कमलेश ठाकुर के मैदान में आने से भाजपा के सामने मत विभाजन का खतरा बढ़ गया है. साथ ही बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बंटने की संभावना भी बढ़ गई है. संघ इस प्रयास में जुट गया है कि विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ता कमलेश के पक्ष में न जाएं.
मध्यप्रदेश की भोपाल पर भाजपा प्रत्याशी के नाम की घोषणा के साथ ही नए राजनीतिक समीकरण बनते नजर आने लगे हैं. यहां पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बीच सीधा मुकाबला है. इस मुकाबले को और रोचक बनाने का काम हिन्दुस्तान निर्माण दल के प्रवीण भाई तोगड़िया ने कर दिया है. तोगड़िया ने भोपाल में प्रज्ञा के नाम की घोषणा के साथ ही हिन्दुस्तान निर्माण दल के प्रत्याशी के रुप में कमलेश ठाकुर को मैदान में उतार दिया है. कमलेश ठाकुर ने अपना नामांकन भी भर दिया. कमलेश शुरु से ही बजरंग दल से जुड़े रहे हैं, वे बजरंग दल के जिला संयोजक रहे और बाद में प्रवीण तोगड़िया की नई पार्टी हिन्दुस्तान निर्माण दल से जुड़ गए. अब तोगड़िया ने कमलेश को मैदान में उतार कर प्रज्ञा सिंह और भाजपा के लिए मुसीबत बढ़ा दी है.
कमलेश के मैदान में उतरने से कुछ हद तक खासकर ग्रामीण क्षेत्र में हिन्दू मतों का विभाजन होना तय माना जा रहा है. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में भी बजरंग दल से जुड़े परिवारों में वोट की सेंधमारी करेंगे. साथ ही बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के जो पदाधिकारी और कार्यकर्ता तोगड़िया के नजदीकी माने जाते हैं, वे भाजपा के बजाय कमलेश के लिए काम करते नजर आएंगे.
भोपाल में सभाएं करेंगे तोगड़िया
विश्व हिन्दू परिषद के निकाले जाने के बाद से प्रवीण तोगड़िया के कई दौरे भोपाल के हुए हैं. उनके समर्थकों की भी खासा संख्या यहां पर है. भोपाल के अलावा वे उज्जैन में भी सक्रिय रहे हैं. तोगड़िया ने कमलेश ठाकुर को आश्वस्त किया है कि वे उनके पक्ष में माहौल बनाने के लिए सभाएं लेंगे साथ ही जनसंपर्क भी कर सकते हैं. अगर तोगड़िया भोपाल में सभाएं और जनसंपर्क करते हैं तो हिन्दू मतों का विभाजन होना तय माना जा रहा है, ऐसे में भाजपा के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है.