टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, मानूसन सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 8, 2023 12:17 PM2023-08-08T12:17:12+5:302023-08-08T12:21:55+5:30
सभापति जगदीप धनखड़ ने ओ’ब्रायन द्वारा ऊंची आवाज में अपनी बात रखने पर आपत्ति जताई और उन्हें अपनी सीट पर बैठने को कहा। धनखड़ ने इसके बाद कहा कि वह ओ’ब्रायन का नाम लेते है। उन्होंने सदन के नेता गोयल से इस संबंध में प्रस्ताव पेश करने को कहा।
नयी दिल्लीः तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को मंगलवार को राज्यसभा से मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। टीएमसी नेता पर ‘अशोभनीय आचरण’ को लेकर यह कार्रवाई की गई।। सदन के नेता पीयूष गोयल ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने ध्वनि मत से पारित कर दिया। व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए ओ’ब्रायन ने नियम 267 के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा शुरु किए जाने की मांग की।
सभापति जगदीप धनखड़ ने ओ’ब्रायन द्वारा ऊंची आवाज में अपनी बात रखने पर आपत्ति जताई और उन्हें अपनी सीट पर बैठने को कहा। धनखड़ ने इसके बाद कहा कि वह ओ’ब्रायन का नाम लेते है। उन्होंने सदन के नेता गोयल से इस संबंध में प्रस्ताव पेश करने को कहा।
गौरतलब है कि सभापति द्वारा जब किसी सदस्य का नाम लिया जाता है तो इसके साथ ही उसके निलंबन की कार्रवाई शुरु हो जाती है। गोयल ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि ओ’ब्रायन लगातार सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं और आसन की अवमानना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रस्ताव किया जाता है कि डेरेक ओ’ब्रायन को अशोभनीय आचरण के लिए सदन की सेवाओं से सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया जाए।’ गोयल के प्रस्ताव पेश करने के बाद धनखड ने ओ’ब्रायन के निलंबन की घोषणा की। उन्होंने उन्हें सदन से बाहर जाने का भी निर्देश दिया।
इस बीच निलंबन आदेश के बाद भारी हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। ओ'ब्रायन का निलंबन धनखड़ और तृणमूल कांग्रेस सांसद के बीच संसद के उच्च सदन में तीखी बहस के बाद हुआ है। सभापति ने ओ'ब्रायन पर "नाटकीयता में लगे रहने" को एक आदत बनाने का आरोप लगाया था, जिस पर ओ'ब्रायन ने कड़ी आपत्ति जताई थी, जिन्होंने कहा था कि वह सदन के नियमों का हवाला दे रहे थे और मणिपुर पर गंभीर चर्चा की मांग कर रहे थे।