नई दिल्ली, 13 मई: पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के कारण कम से कम 41 लोगों की मौत हो गयी और भारी नुकसान हुआ। उत्तर प्रदेश में आंधी के कारण 18 लोगों की मौत हो गयी जबकि पश्चिम बंगाल में आंधी के कारण चार बच्चों समेत कम से कम 12 लोग मारे गये। आंध्र प्रदेश में नौ और दिल्ली में दो लोगों के मरने की सूचना है।
दिल्ली समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर आयी प्रचंड आंधी के चलते बड़ी संख्या में पेड़ गिर गये जिससे सड़क , रेल एवं वायु सेवाएं प्रभावित हुयीं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश , उत्तराखंड , पंजाब , हरियाणा , चंडिगढ़ , मध्य प्रदेश , झारखंड , असम , मेघालय , महाराष्ट्र , कर्नाटक , केरल और तमिलनाडु में छिटपुट स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े।
खराब मौसम का कहर पश्चिम बंगाल में बरपा है। कलकत्ता में बिजली गिरने की वजह से आठ लोगों की मौत हो गई है। आठ लोगों में चार बच्चे शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान की वजह से नौ लोगों की मौत हो गई है। वहीं 34 लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं।
क्यों बदला मौसम का मिजाजमौसम विशेषज्ञों की मानें तो यह तूफान और आंधी रविवार से शुरू हो रहे नए पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आया है। पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यसागर से उत्पन्न होता है जिसके चलते भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में अचानक से बारिश होती है। इस दौरान तेज आंधी-तूफान या वबंडर की स्थिति भी पैदा हो सकती है।
बता दें कि मौसम विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर कहा था कि, उत्तर भारत के कई इलाकों में तूफान के साथ आंधी आ सकती है और इस दौरान दिल्ली एनसीआर, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, पश्चिम बंगाल के गंगा से सटे हुए इलाके, ओडिशा और झारखंड में 50-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से से हवाएं चलने की संभावना जताई थी।
वीडियो में देखें इस तूफान और आंधी का कहर
बता दें कि बीते सप्ताह आए उत्तर भारत के कई राज्यों में आंधी-तूफान और बवंडर की वजह 134 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 400 से अधिक लोग घायल हो गये थे। बवंडर का सबसे ज्याजा रौद्र रूप उत्तर प्रदेश में देखने को मिला था जहा आंधी-तूफान के चलते 80 लोगों की मौत हो गई थी।