"सैन्य बलों में आदर्शवाद और नई सोच का संगम होना चाहिए", रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 17, 2023 12:12 PM2023-12-17T12:12:26+5:302023-12-17T12:17:55+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेलंगाना के दुंडीगल में आयोजित एयरफोर्स अधिकारियों की ग्रैजुएशन परेड को संबोधित करते हुए कहा कि सेना में आदर्शवाद, नई सोच का संगम होना चाहिए।
हैदराबाद: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेलंगाना के दुंडीगल में आयोजित एयरफोर्स अधिकारियों की ग्रैजुएशन परेड को संबोधित करते हुए कहा कि सेना में आदर्शवाद, नई सोच का संगम होना चाहिए।
उन्होंने नए प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हालांकि सेना में स्थापित नियमों और परंपराओं का अत्यधिक महत्व होता है लेकिन अधिकारियों को सोच में बदलाव के लिए तैयार चाहिए।
राजनाथ सिंह ने नए प्रशिक्षुओं को यह भी सलाह दी कि वो अपने भीतर आदर्शवाद को किसी भी सूरत में मरने न दें। इस मौके पर, रक्षा मंत्री ने संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) की समीक्षा की और संयुक्त स्नातक परेड में स्नातक अभ्यासीयों को प्रतिष्ठित 'राष्ट्रपति कमीशन' प्रदान किया।
रक्षा मंत्री ने कहा, "संभव है कि यहां आप अधिकांश ध्यान से मेरी बातें नहीं सुन पाएंगे लेकिन मैं आपको एक बात जरूर कहना चाहूंगा कि किसी भी परिस्थिति में नए सोच और नए विचारों और आदर्शवाद को ना खोने का प्रयास करें।"
उन्होंने वायुसेना में शामिल होने वाले नए कैडेट्स से कहा, "आज आप बहुत ऊर्जावान, उत्साहित, खुश, नई सोच और आदर्शवाद से भरे हुए हैं। यदि आप इस खुशी और ऊर्जा को अपने सामने 1 मिनट के लिए भी याद करते हैं तो मुझे पूरा भरोसा है कि आपकी ऊर्जा और नवीनता आपके अंदर हमेशा बनी रहेगी और आप इसे हमेशा याद रखेंगे।"
रक्षा मंत्री ने स्नातक प्रशिक्षु को संबोधित करने के बाद उन्हें 'स्वोर्ड ऑफ ऑनर' भी प्रदान किया और उसके बाद भारतीय वायु सेना द्वारा पेश किये गए हवाई प्रदर्शन को देखा। इस वर्ष दुंडीगल से 213 फ्लाइट्स कैडेट्स ने अपना प्रशिक्षण पूरा किया।