Jammu & Kashmir: कश्मीर में सैलानियों की आ रही है बाढ़, अप्रैल में पर्यटकों की संख्या का बना नया रिकॉर्ड
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 11, 2022 03:48 PM2022-05-11T15:48:48+5:302022-05-11T15:48:48+5:30
इस साल की शुरूआत में जनवरी में 61000, फरवरी में 1.10 लाख, मार्च में 1.90 लाख और अप्रैल में 2.65 लाख पर्यटकों ने कश्मीर के विभिन्न इलाकों को निहार कर नया रिकार्ड बना डाला।
जम्मू: पर्यटकों की रिकार्ड तोड़ संख्या के कश्मीर आने पर खुशी के साथ चिंता की लकीरें भी स्थानीय नागरिकों के साथ ही सुरक्षाधिकारियों के माथे पर हैं। कई सालों के बाद खासकर 5 अगस्त 2019 को राज्य के दो टुकड़े होने के बाद कोरोना के दो सालों के लॉकडउन के उपरांत यह संख्या खुशी दे रही है।
आधिकारिक रिकार्ड के बकौल, इस साल अप्रैल माह तक कश्मीर में सवा चार लाख पर्यटक हवा के रास्ते कश्मीर आ चुके हैं। जबकि पिछले साल पूरे साल में 6.65 लाख पर्यटकों ने ही कश्मीर की खूबसूरती को निहारा था। इस बार सबसे अधिक भीड़ और दबाव श्रीनगर एयरपोर्ट पर है जहां सिर्फ अप्रैल माह में ही 2909 उड़ानों ने एक नया रिकार्ड बनाया था।
नासिक से आए हुए सैलानी आकार पटेल ने कहा कि उनका मन वापस जाने को नहीं हो रहा है। जम्मू कश्मीर होटल क्लब के सदस्यों का मानना था कि अगर पर्यटकों के आने का क्रम ऐसा ही रहा तो कश्मीरी अपने जख्मों को भूल सकेंगे। दरअसल पिछले कुछ सालों से पर्यटकों ने कश्मीर से मुंह मोढ़ लिया था और वे हिमाचल की ओर रूख कर रहे थे।
लेकिन इस साल की शुरूआत में जनवरी में 61000, फरवरी में 1.10 लाख, मार्च में 1.90 लाख और अप्रैल में 2.65 लाख पर्यटकों ने कश्मीर के विभिन्न इलाकों को निहार कर नया रिकार्ड बना डाला। इनमें वैष्णो देवी की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा शामिल नहीं है जिसे मिला कर प्रदेश प्रशासन कुछ और ही तस्वीर पेश कर रहा है।
हालांकि मार्च और अप्रैल ने कश्मीर में भी तापमान ने नए रिकार्ड कायम किए थे पर पर्यटकों ने भी गर्मी को मात देने के लिए कश्मीर के पहाड़ों का दौरा कर इस कथन को सच साबित किया था जिसमें कहा जाता है कि अगर जमीं पर कहीं स्वर्ग है तो, यहीं है, यहीं है, यहीं है। इस स्वर्ग में आतंकी इरादे चिंता की लकीरें खींचने में जरूर कामयाब हो रहे हैं।