नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में भारी मात्रा में कैश के साथ पकड़े गए झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। विधायकों को निलंबित करने की जानकारी झारखंडकांग्रेस के महासचिव और प्रभारी अविनाश पांडे ने दी। इस दौरान कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा भी मौजूद रहे। इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी झारखंड सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि झारखंड के तीन विधायकों के पास से जो पैसे बरामद हुए वह भाजपा के ऑपरेशन लोटस का हिस्सा हैं। ये आरोप झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने लगाए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ने आगे कहा कि सभी ने देखा है कि कैसे सरकारों को गिराने का केंद्र बिंदु अब असम बन गया है। 15 दिनों के ड्रामे के बादआखिरकार महाराष्ट्र सरकार गिरा दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में भी सरकार को अस्थिर करने की साजिश हो रही है।
इस मामले में कांग्रेस नेता जयाराम नरेश ने ट्वीट कर के लिखा, "झारखंड में भाजपा का 'ऑपरेशन लोटस' आज की रात हावड़ा में बेनकाब हो गया। दिल्ली में 'हम दो' का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है जो उन्होंने महाराष्ट्र में एकनाथ-देवेंद्र(E-D) की जोड़ी से करवाया।"
क्या है पूरा मामला
बीते शनिवार को झारखंड के जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी, खिजरी से विधायक राजेश कच्छप और कोलेबिरा से विधायक नमन बिक्सल को भारी कैश के साथ पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किया गया था। हावड़ा में उनकी कारों से भारी मात्रा में नकद रूपये बरामद किए गए। विधायकों की गाड़ी से बरामद रूपये इतने ज्यादा थे कि पुलिस को इन्हें गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी। इस घटना की जानकारी देते हुए हावड़ा की एसपी ग्रामीण ने बताया कि सूचना के आधार पर पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में नेशनल हाइवे-16 पर नाकाबंदी कर गाड़ियों की जांच की जा रही थी। एक गाड़ी को रोका गया तो उसमें झारखंड के तीन विधायक सवार थे। शुरुआत में विधायकों ने जांच में आना-कानी की लेकिन पुलिस ने सख्ती से जांच की तो गाड़ी से भारी मात्रा में नगदी बरामद हुई।