सिलगेर घटना के संबंध में ग्रामीणों से चर्चा कर तथ्य जुटाएगी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की टीम

By भाषा | Published: June 1, 2021 06:08 PM2021-06-01T18:08:29+5:302021-06-01T18:08:29+5:30

The team of officials and public representatives will gather facts after discussing with the villagers regarding the Silger incident. | सिलगेर घटना के संबंध में ग्रामीणों से चर्चा कर तथ्य जुटाएगी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की टीम

सिलगेर घटना के संबंध में ग्रामीणों से चर्चा कर तथ्य जुटाएगी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की टीम

रायपुर, एक जून छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के सिलगेर गांव में पिछले महीने घटी गोलीबारी की घटना के बाद राज्य सरकार ने स्थानीय ग्रामीणों से उनका पक्ष सुनने और उनसे चर्चा कर तथ्य जुटाने फैसला किया है।

राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन की टीम सुकमा और बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित सिलगेर गांव की घटना के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों से उनका पक्ष सुनेगी और चर्चा कर तथ्य जुटाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर यह पहल की जा रही है।

अधिकारियों ने बताया कि बस्तर सांसद दीपक बैज की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियों की इस टीम में बस्तर विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, केशकाल विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संतराम नेताम, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा, कांकेर विधायक शिशुपाल सोरी, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, बीजापुर विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम तथा नारायणपुर विधायक एवं छत्तीसगढ़ हस्त शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधि भी इस टीम में शामिल रहेंगे।

पिछले महीने की 17 तारीख को सुकमा जिले के सिलगेर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई कथित गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई थी।

बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सिलगेर गांव में सुरक्षा बलों के लिए बने शिविर का आसपास के ग्रामीण विरोध कर रहे थे। 17 मई को बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंचे और शिविर पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान नक्सली भी वहां मौजूद थे।

उन्होंने बताया था कि पथराव के दौरान ही नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी भी शुरू कर दी। जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई तथा पांच अन्य घायल हो गए।

इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि घटना में ग्रामीणों की मौत हुई है और इस दौरान वहां नक्सली मौजूद नहीं थे।

वहीं राज्य के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उच्च न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में समिति का गठन कर मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने घटना में मृत लोगों के परिजनों को मुआवजा देने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की भी मांग की है।

जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं तथा जांच अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी है।

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Web Title: The team of officials and public representatives will gather facts after discussing with the villagers regarding the Silger incident.

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