स्वतंत्रता के अधिकार को लेकर उच्चतम न्यायालय की नाराज़गी चयनात्मकः महबूबा मुफ्ती

By भाषा | Published: November 11, 2020 09:25 PM2020-11-11T21:25:45+5:302020-11-11T21:25:45+5:30

The Supreme Court's resentment over the right to freedom is selective: Mehbooba Mufti | स्वतंत्रता के अधिकार को लेकर उच्चतम न्यायालय की नाराज़गी चयनात्मकः महबूबा मुफ्ती

स्वतंत्रता के अधिकार को लेकर उच्चतम न्यायालय की नाराज़गी चयनात्मकः महबूबा मुफ्ती

श्रीनगर, 11 नवंबर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि वह स्वतंत्रता के अधिकार पर उच्चतम न्यायालय की "नाराज़गी" से सहमत हैं, लेकिन जब बात कश्मीरियों की होती है तो यह चयनात्मक हो जाती है।

मुफ्ती का बयान रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणी के संदर्भ में आया है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा, " स्वतंत्रता के अधिकार पर उच्चतम न्यायालय की नाराज़गी से सहमत हूं। लेकिन दुख की बात है कि यह नाराज़गी चयनात्मक है क्योंकि बेबुनियाद इल्जामों पर सैकड़ों कश्मीरियों और पत्रकारों को जेलों में बंद कर रखा गया है। इन मामलों में अदालत का फैसला भूल जाइए, उनकी तो सुनवाई तक नहीं होती है।

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Web Title: The Supreme Court's resentment over the right to freedom is selective: Mehbooba Mufti

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