नव वर्ष 2023 के पहले दिन महाकाल दर्शनार्थियों के आगमन का पुराना रिकार्ड हुआ ध्वस्त

By बृजेश परमार | Published: January 1, 2023 07:56 PM2023-01-01T19:56:46+5:302023-01-01T19:59:17+5:30

मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक अपराह्न तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। रात 10 बजे तक 1.5 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन की संभावना है।

The old record of arrival of Mahakal visitors on the first day of new year 2023 was broken | नव वर्ष 2023 के पहले दिन महाकाल दर्शनार्थियों के आगमन का पुराना रिकार्ड हुआ ध्वस्त

नव वर्ष 2023 के पहले दिन महाकाल दर्शनार्थियों के आगमन का पुराना रिकार्ड हुआ ध्वस्त

Highlightsनए साल के पहले दिन भगवान के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ामंदिर प्रबंध समिति के अनुसार, अपराह्न तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किएरात तक 1.5 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना है

उज्जैन: नव वर्ष के पहले दिन ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में सुबह होते ही साल की पहली भस्मा आरती हुई। इसके बाद भगवान के दर्शन के लिए सामान्य दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ पड़ा। समय के साथ दर्शनार्थियों की संख्या ने दोपहर उपरांत ही पूर्व के सभी अवसरों पर मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या का रेकार्ड ध्वस्त कर दिया। मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक अपराह्न तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। रात 10 बजे तक 1.5 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन की संभावना है।

नव वर्ष के पहले दिन महाकाल दर्शन के लिए चारों और से श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्रशासन को कई बार प्रवेश व्यवस्था को बदलना पड़ा। मंदिर समिति ने औसत 40 मिनिट में दर्शन का दावा किया है। सामान्य श्रद्धालुओं को त्रिवेणी संग्रहालय महाकाल लोक से दर्शनों के लिए प्रवेश दिया गया। डबल बेरिकेडिंग में दो-दो की कतार से लाइन लगातार चल रही है।

महाकाल क्षेत्र के सभी गली मोहल्लों में दर्शनार्थियों की भीड़ देखने को मिली।नए साल के स्वागत का उत्साह और भगवान महाकालेश्वर के दर्शन का इतना उत्साह लोगों में था कि कोरोना का खौफ तक नहीं दिखा। मंदिर में तड़के भगवान श्री महाकाल की भस्मारती हुई। सैकड़ों लोगों ने भस्मारती दर्शन किए। महाकालेश्वर के दर्शन करने पहुंचे लोग मंदिर खुलने के समय से पूर्व ही लाइन में खड़े हो चुके थे। 

मंदिर समिति द्वारा सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर की ओर से दिया गया। मानसरोवर हॉल में इंट्री के बाद झिकझेक में होते हुए लोगों को टनल के रास्ते पुराने निर्गम गेट से होते हुए मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है वहीं निर्गम के लिये आपात गेट खोलकर सीधे निर्गम द्वार तक ले जाकर लोगों को महाकाल लोक के रास्ते धनुष द्वार से बाहर किया जा रहा है। खास बात यह कि मंदिर परिसर में किसी को भी इंट्री नहीं दी गई। 

बड़ा गणेश घाटी वाले मार्ग पर गेट नंबर 4 और 5 स्थित हैं। गेट नं. 4 से सशुल्क व वीआईपी, प्रोटोकॉल वाले दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया और निर्गम गेट भी यहीं से रखा गया मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीषसिंह क अनुसार श्रद्धालुओं की पूर्व में आगमन की सभी संख्या के सामने आज आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कहीं अधिक थी। दोपहर उपरांत तक साढे तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए हैं।

औसत 40 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए गए हैं। देर रात तक 1.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के दर्शन की संभावना है। महाकाल लोक बनने के उपरांत पहली बार इतनी बढी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ है।

Web Title: The old record of arrival of Mahakal visitors on the first day of new year 2023 was broken

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