प्रदर्शनकारी किसानों का साथ देने सिंघू बॉर्डर पहुंचा निहंग सिखों का समूह
By भाषा | Published: December 3, 2020 09:21 PM2020-12-03T21:21:10+5:302020-12-03T21:21:10+5:30
नयी दिल्ली, तीन दिसंबर पंजाब के निहंग सिखों का एक जत्था दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ बृहस्पतिवार को जुड़ गया।
शिरोमणि बुड्ढा दल के जत्थेदार लाल सिंह ने कहा कि और निहंग सिख सिंघू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन में शामिल होंगे और राज्य के अलग-अलग भागों से वे आ रहे हैं। सिंह ने कहा कि निहंग अपने साथ करीब 250 घोड़े भी लाए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर हजारों किसान नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं । निहंग सिख भी उनके साथ शामिल हो गए। सेवादार रंजीत सिंह ने कहा, ‘‘कई जत्थे रास्ते में है। हम आज सिंघू बॉर्डर पर पहुंच गए । हमने जत्था के प्रमुखों से किसानों के समर्थन में सिंघू बॉर्डर की तरफ आने को कहा है। ’’
आंदोलन में शामिल एक महिला प्रविता तनेजा ने कहा कि वह पिछले तीन दिन से सिंघू बॉर्डर पर हैं । उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि सरकार किसानों की एकजुटता में फूट डालने का प्रयास करेगी। वे हमारी बातें नहीं सुनेंगे। हम हर किसी को अपनी स्थिति से अवगत कराना चाहते हैं। हम उनसे मदद चाहते हैं । जब तक न्याय नहीं होगा, हम नहीं जाएंगे।’’
पंजाब से आए किसान जगदीश सिंह ने कहा, ‘‘आंदोलन में समय लगेगा और हम तब तक यहीं रूकेंगे। ’’
पंजाब के मुस्लिमों का एक जत्था भी सिंघू बॉर्डर पहुंच चुका है। समूह के लोगों ने प्रदर्शनकारियों के लिए भोजन भी मुहैया कराया। पंजाब से आए मोहम्मद फुरकान ने कहा, ‘‘हम किसानों को भोजन परोस रहे हैं । समूह के कुछ लोग आज पहुंचे हैं लेकिन दूसरे लोग पहले ही आए गए थे । जब तक किसान यहां रूकेंगे, हम भी यहीं रूकेंगे।
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