गोवा विधानसभा के सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा, मंत्री के बयान पर विपक्षी सदस्यों ने जताई आपत्ति
By भाषा | Updated: July 28, 2021 16:12 IST2021-07-28T16:12:03+5:302021-07-28T16:12:03+5:30

गोवा विधानसभा के सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा, मंत्री के बयान पर विपक्षी सदस्यों ने जताई आपत्ति
पणजी, 28 जुलाई गोवा विधानसभा में बुधवार का दिन हंगामेदार रहा, जहां राज्य के विधायी मामलों के मंत्री मौवीन गोडिन्हो के विपक्षी दलों पर ‘‘नाटक’’ करने के आरोप लगाने पर विपक्षी विधायक सदन में अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और हंगामा करने लगे।
विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र बुधवार को आरंभ हुआ, जिसमें राज्य का बजट पारित किया जाना है।
इससे पहले मार्च में, विधानसभा सत्र के समयपूर्व समापन से पहले मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बजट पेश किया था। तत्कालीन राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने निर्धारित समय से दो हफ्ते पहले, 12 मई को सत्रावसान किया था, जिसके बाद नगर निकाय चुनावों के चलते आचार संहिता लागू हो गई थी।
अब बजट के अलावा सदन के सभी लंबित कार्य इस वर्तमान सत्र में किए जाएंगे। बुधवार को, बजट पर आम चर्चा के संबंध में सदन में कार्य एवं प्रक्रिया संबंधी नियमों के निलंबन के लिए गोडिन्हो ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया। विपक्षी नेता दिगंबर कामत की अगुवाई में विपक्षी सदस्यों ने कहा कि इससे बजट पर आम चर्चा भी निलंबित हो जाएगी। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई एवं अन्य ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई।
सरदेसाई ने इसे अवैध बताते हुए कहा कि यह बजट पर चर्चा में मुख्यमंत्री द्वारा जवाब नहीं देने के समान है। उन्होंने कहा कि बजट सदन में बिना चर्चा के पारित नहीं हो सकता है और ऐसा करना गलत उदाहरण पेश करना होगा।
जब सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्यों के बीच बहस चलती रही तो गोडिन्हो ने कहा कि विपक्षी सदस्य आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ‘‘नाटक’’ कर रहे हैं।
उनके इस बयान के बाद हंगामा बढ़ गया और विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए, जिसके बाद कार्यवाही ढाई बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
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