"देश का प्रधानमंत्री 10 साल तक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करता है, यह मुझे परेशान करता है", कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा का मोदी पर हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 27, 2023 08:59 AM2023-12-27T08:59:32+5:302023-12-27T09:05:18+5:30
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कहा कि प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण मुद्दों को दरकिनार करके मंदिर को अपेक्षा से अधिक समय दे रहे हैं, यह मुझे परेशान करता है।
नई दिल्ली:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने अयोध्या में 22 जनवरी को हो रहे राम मंदिर के भव्य उद्घाटन से पहले सवाल किया है कि "क्या देश में राम मंदिर ही असली मुद्दा है या फिर बेरोजगारी या मुद्रास्फीति जैसे मुद्दे भी हैं, जिन पर चर्चा होनी चाहिए।"
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा, "मुझे किसी भी धर्म से कोई दिक्कत नहीं है। कभी-कभार मंदिर जाना ठीक है, लेकिन आप उसे मुख्य मंच नहीं बना सकते। 40 फीसदी लोग बीजेपी को वोट देते हैं और 60 फीसदी लोग उसके खिलाफ देते हैं लेकिन वह सबके प्रधानमंत्री हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रधानमंत्री का पद किसी पार्टी का नहीं होता है और यही संदेश भारत के लोग उनसे चाहते हैं। वो रोजगार के बारे में बात करें, मुद्रास्फीति के बारे में बात करें, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और चुनौतियों के बारे में बात करें। उन्हें तय करना होगा कि असली मुद्दे क्या हैं, क्या राम मंदिर असली मुद्दा है? या फिर बेरोजगारी या महंगाई असली मुद्दा है?"
कांग्रेस नेता पित्रोदा ने जोर देकर कहा, "आप अपने धर्म का पालन करें, ये अच्छी बात है लेकिन आप धर्म को राजनीति से अलग रखें।"
जब उनसे कुछ विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे सवालों के बारे में पूछा गया तो पित्रोदा ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया के में शामिल घटक दलों से अपील करते हुए कहा कि वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को बहुत "गंभीरता" से लें क्योंकि ईवीएम की कार्यप्रणाली 2024 के लोकसभा चुनाव में "देश की नियति" तय करेगी।
उन्होंने कहा, "मैं अपनी पार्टी और इंडिया गठबंधन के सदस्यों से अपील करूंगा कि इस मामले को बहुत गंभीरता से लें। यह कोई साधारण मुद्दा नहीं है। इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि 2024 का चुनाव देश की नियति तय करेगा। यह तय करेगा कि भारत किस रास्ते पर जा रहा है।"
सैम पित्रोदा ने जोर देकर कहा, "मैं देख रहा हूं कि आज भारत का लोकतंत्र कमजोर हो गया है। एक देश का पीएम 10 साल तक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करता है, यह मुझे परेशान करता है। प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण मुद्दों को दरकिनार करके मंदिर को अपेक्षा से अधिक समय दे रहे हैं, यह मुझे परेशान करता है।"
इंडिया ब्लॉक के पीएम चेहरे पर बोलते हुए पित्रोदा ने कहा कि चुनाव किसी चेहरे या व्यक्तित्व पर नहीं बल्कि विचारधारा पर लड़ा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, "चुनाव तो विचारधारा पर लड़ा जाना चाहिए। संविधान की रक्षा कौन करेगा? आपके लोकतंत्र को कौन बढ़ाएगा? नौकरियां, आपके स्वास्थ्य की देखभाल और बुनियादी ढांचा कौन प्रदान करेगा? यह राष्ट्रपति चुनाव नहीं है। यह एक संसदीय चुनाव है। तो आपके पास चेहरा नहीं बल्कि एक विचारधारा होनी चाहिए। विचार यह है कि हम कैसा लोकतंत्र चाहते हैं, हम समावेशन, विविधता चाहते हैं। यही मुद्दे हैं। यह मोदी बनाम कोई नहीं है। इंडिया गठबंधन में कई योग्य लोग हैं। कुछ दिखाई दे रहे हैं, कुछ दिखाई नहीं दे रहे हैं।''
सैम पित्रोदा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि राहुल गांधी एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं और नेतृत्व करने के योग्य हैं।
पित्रोदा, जो राहुल गांधी की अमेरिकी यात्रा के दौरान उनके साथ थे। उन्होंने कहा, "जब हम विदेश में भारत की आलोचना नहीं करते हैं, तो हम भारत सरकार की आलोचना करते हैं। इन दो अलग-अलग चीजों के बीच भ्रम पैदा न करें। भारत दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। हमें वैश्विक मंच पर अपने देश के बारे में चर्चा करने का पूरा अधिकार है।"
सैम ने 2024 के चुनावों में इंडिया गठबंधन के जीत का भरोसा जताते हुए कहा, 'देश के लोगों को सोचना होगा कि क्या वे हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं या समावेश, विविधता, रोजगार पर ध्यान देने वाला एक सच्चा धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाना चाहते हैं।"