जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने दो और गैर-स्थानीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या की
By भाषा | Published: October 17, 2021 09:28 PM2021-10-17T21:28:39+5:302021-10-17T21:28:39+5:30
श्रीनगर, 17 अक्टूबर जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को आतंकवादियों ने दो गैर-स्थानीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने निर्देश दिये कि गैर स्थानीय मजदूरों को ‘तत्काल’ नजदीकी सुरक्षा शिविरों में लाया जाये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जम्मू कश्मीर में 24 घंटे से भी कम समय में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है। बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
कश्मीर जोन पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘कुलगाम के वानपोह इलाके में आतंकवादियों ने गैर स्थानीय मजदूरों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस आतंकवादी घटना में दो गैर स्थानीय लोग मारे गए और एक घायल हो गया।’’
इसमें कहा गया है कि पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है।
अधिकारियों के मुताबिक आतंकवादी मजदूरों के किराए के मकान में घुस गए और उन पर अंधाधुंध गोलीबारी की।
सभी जिला पुलिस प्रमुखों को भेजे संदेश में पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) विजय कुमार ने कहा, ‘‘ आपके न्यायाधिकार क्षेत्र में रह रहे सभी गैर स्थानीय मजदूरों को ‘तत्काल’ नजदीकी पुलिस थाने या केंद्रीय अर्धसैनिक बल या सेना के प्रतिष्ठानों में लाया जाना चाहिए।’’
घाटी के दस जिलों को दिये गये संदेश में कहा गया है, ‘‘यह मामला अति आवश्यक है।’’
इस आतंकवादी हमले की सभी राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, "निर्दोष नागरिकों पर बार-बार होने वाले बर्बर हमलों की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं। मेरी संवेदना उनके परिवारों के लिए है क्योंकि वे सम्मानजनक आजीविका कमाने के लिए अपने घरों निकले हुए हैं। बहुत दुख की बात है।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने हत्याओं की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘‘नरसंहार के अलावा कुछ नहीं’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘गैर-स्थानीय लोगों की हत्या अमानवीय के अलावा और कुछ नहीं है और आतंकवादियों की हताशा को दर्शाती है।’’
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता एम वाई तारिगामी ने कहा कि अपनी आजीविका कमाने के लिए यहां आए निर्दोष मजदूरों की हत्या करना जघन्य अपराध है। उन्होंने कहा, "इसका उद्देश्य कश्मीर के लोगों के हितों को निशाना बनाना है और यह ऐसे समय में हो रहा है जब फसल कटाई का मौसम चल रहा है।"
उन्होंने कहा, "हम नागरिक समाज, राजनीतिक दलों से अपील करते हैं कि उनके राजनीतिक एजेंडे के बावजूद इस तरह के बर्बर कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाएं।"
नागरिकों की हत्याओं के बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को निशाना बनाकर मारे गए लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लेने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की शांति और सामाजिक-आर्थिक प्रगति और लोगों के व्यक्तिगत विकास को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्धता दोहराई।
सिन्हा ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘आवाम की आवाज’ में कहा, ‘‘मैं शहीद नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम आतंकवादियों, उनके हमदर्दों को निशाना बनायेंगे और निर्दोष नागरिकों के खून की हर बूंद का बदला लेंगे।
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