नई दिल्ली:अमेरिका व चीन के बीच संबंध लगातार खराब होते जा रहे हैं। पिछले दिनों अमेरिका ने टेक्सास राज्य के शहर ह्यूस्टन में स्थित चीन के वाणिज्य-दूतावास को बंद करने का निर्देश जारी किया। तो जवाब में चीन ने शुक्रवार को अमेरिका से चेंगदू में उसके वाणिज्य दूतावास बंद करने को कहा था।
टाइम्स नाऊ की मानें तो चेंगदू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से यूएस का झंडा हटा दिया गया है। यहां कार्यरत सभी अमेरिकी अधिकारी को जल्द ही इस भवन को खाली करने के लिए कहा गया है।
माना जा रहा है कि बीजिंग को ह्यूस्टन में अपने दूतावास को बंद करने के लिए कहे जाने के बाद चीन ने जवाबी कार्रवाई में यह फैसला लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चेंगदू वाणिज्य दूतावास को बंद करने के लिए चीन ने सोमवार तक का समय अमेरिका को दिया था।
ह्यूस्टन में चीनी वाणिज्य दूतावास में ताला मरम्मत करने वालों के साथ पहुंचे अमेरिकी अधिकारी-
बता दें कि ह्यूस्टन में चीनी वाणिज्य दूतावास बंद होने के बाद अमेरिका के संघीय एजेंट और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी ताला मरम्मत करने वालों के साथ परिसर में दाखिल हुए हैं।
यह कार्रवाई ऐसे समय की गई है जब अमेरिका और चीन के बीच तनाव चरम पर है। अमेरिका के ट्रम्प प्रशासन ने इस सप्ताह तनाव को बढ़ाते हुए चीन को ह्यूस्टन स्थित वाणिज्य दूतावास को आर्थिक जासूसी का आरोप लगाते हुए बंद करने का आदेश दिया था।
चीनी वाणिज्य दूतावास ह्यूस्टन के व्यस्त मॉन्टरॉस बॉउलवार्ड इलाके में गत 40 वर्षों से स्थित है लेकिन ट्रम्प प्रशासन द्वारा निर्धारित मियाद के तहत इसे शुक्रवार शाम को बंद कर दिया गया।
चीन ने कहा वह इमारत राजनयिक वाणिज्य दूतावास है और चीन की राष्ट्रीय संपत्ति है-
बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने वाणिज्य दूतावास में अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों के बलपूर्वक प्रवेश के खिलाफ कड़ा विरोध और असंतोष प्रकट किया है।
साथ ही राजनयिक विरोध भी दर्ज कराया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि चीन इस संबंध में उचित तथा आवश्यक प्रतिक्रिया देगा।
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि ह्यूस्टन स्थित वाणिज्य दूतावास की इमारत राजनयिक वाणिज्य दूतावास है और चीन की राष्ट्रीय संपत्ति है। मंत्रालय ने कहा कि राजनयिक संबंधों पर हुए विएना समझौते और चीन-अमेरिका वाणिज्यिक दूतावास संधि के अनुसार अमेरिका को किसी भी सूरत में ह्यूस्टन स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास परिसर में अतिक्रमण नहीं करना चाहिए।
चीन के कोरोना संक्रमण से निपटने के तरीके को लेकर दोनों देशों में तनाव बढ़ा है-
चीन द्वारा कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के तरीके, शिनजिंयांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई और हांगकांग में विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लेकर हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने आरोप लगाया है कि ह्यूस्टन स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास बौद्धिक संपदा की चोरी और जासूसी का केंद्र था। अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों ने भी आरोप लगाया है कि ह्यूस्टन स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास अमेरिका में बीजिंग के जासूसी अभियान का हिस्सा है।
अमेरिका ने एक बयान में कहा कि वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश अमेरिकियों की बौद्धिक संपदा और उनकी निजी जानकारी बचाने के लिए है।