अनुच्छेद 370 की तरह ओवैसी का नामोनिशान मिट जाएगा: हिमंता बिस्वा शर्मा
By विशाल कुमार | Published: January 9, 2022 03:34 PM2022-01-09T15:34:39+5:302022-01-09T15:39:37+5:30
तेलंगाना के वारंगल में एक रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि जैसे अनुच्छेद 370 खत्म हो गया, जैसे राम मंदिर बनने का काम शुरू हो गया, यहां से भी निजाम का नाम और निशान मिट जाएगा, ओवैसी का नाम और निशान मिट जाएगा। वह दिन ज्यादा दूर नहीं है क्योंकि भारत अब जाग चुका है।
हैदराबाद: असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा है कि वह दिन दूर नहीं है जब जैसे अनुच्छेद 370 खत्म हो गया वैसे ही ओवैसी का नामोनिशान मिट जाएगा।
तेलंगाना के वारंगल में एक रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि जैसे अनुच्छेद 370 खत्म हो गया, जैसे राम मंदिर बनने का काम शुरू हो गया, यहां से भी निजाम का नाम और निशान मिट जाएगा, ओवैसी का नाम और निशान मिट जाएगा। वह दिन ज्यादा दूर नहीं है क्योंकि भारत अब जाग चुका है। अब भारत छद्म धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिकता की राजनीतिक करने वालों को मानेगा नहीं।
#WATCH | The way Article 370 was scrapped, Ram Mandir's construction began...here also Nizam's name, Owaisi's name will be written off...that day is not very far: Assam CM Himanta Biswa Sarma in Warangal, Telangana pic.twitter.com/RfaI5sMicZ
— ANI (@ANI) January 9, 2022
बता दें कि, शर्मा तेलंगाना सरकार के आदेश संख्या 317 को वापस लेने की मांग के तहत आयोजित भाजपा की रैली को संबोधित करने के लिए राज्य में पहुंचे हैं।
तेलंगाना सरकार का आदेश संख्या 317 कर्मचारियों और शिक्षकों को उनके तैनाती के जिलों में गैर-स्थानीय बनाता है। इसके साथ ही शिक्षकों का आरोप है कि उन पर जो व्यवस्था थोपी गई है, उसमें भारी गड़बड़ी है और पहुंच वाले लोगों को फायदा मिलता है।
बीते 2 जनवरी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार शिक्षकों तथा अन्य सरकारी कर्मचारियों के समर्थन में धरने पर बैठने जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर लिया था। स्थानीय अदालत ने उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेज दिया था जिसके बाद उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।
इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य का दौरा कर प्रदेश सरकार के आदेश की आलोचना कर चुके हैं। अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी आदेश के खिलाफ एक रैली को संबोधित करेंगे।