तेलंगाना: गलवान घाटी में शहीद कर्नल संतोष बाबू की पत्नी बनीं डिप्टी कलेक्टर
By निखिल वर्मा | Published: July 22, 2020 04:42 PM2020-07-22T16:42:05+5:302020-07-22T16:54:30+5:30
कर्नल संतोष बाबू के परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है।
लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में भारत और चीन के जवानों के बीच खूनी झड़प में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू की पत्नी संतोषी को तेलंगाना सरकार ने डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्ति दी है। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुधवार को संतोषी को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा।
इससे पहले तेलंगाना सरकार शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के परिवार को पांच करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी। तेलंगाना के शहीद कर्नल की पत्नी को ग्रेड-1 की सरकारी नौकरी के साथ ही एक आवासीय भूखंड भी दिया जाएगा।
कर्नल संतोष बाबू डेढ़ साल से सीमा पर तैनात थे और परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी, एक 9 साल की बेटी अभिनव और एक 4 साल का बेटा अनिरुद्ध है।
15 जून को हुई थी गलवान घाटी में हिंसक झड़प
पूर्वी लद्दाख में 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में कर्नल संतोष बाबू सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया। एक महीने बाद भी लद्दाख सीमा पर कुछ क्षेत्रों में तनाव जारी है।
गलवान घाटी में हुई झड़प वर्ष 1967 में नाथू ला में झड़प के बाद दोनों सेनाओं के बीच यह सबसे बड़ा टकराव है। उस वक्त टकराव में भारत के 80 सैनिक शहीद हुए थे और 300 से ज्यादा चीनी सैन्यकर्मी मारे गए थे। इस क्षेत्र में दोनों तरफ नुकसान ऐसे वक्त हुआ है जब सरकार का ध्यान कोविड-19 संकट से निपटने पर लगा हुआ है ।
अधिकतर जवान चीनी पक्ष द्वारा किए गए पथराव और लोहे की छड़ों के इस्तेमाल के कारण घायल हुए। इस घटना के बाद भारत ने 3500 किलोमीटर की सीमा पर चीन के आक्रामक रवैये से निपटने के लिए दृढ़ रुख जारी रखने का फैसला किया है ।