पटना: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना पहुंचते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समाज सुधार यात्रा पर तंज कसते हुए शराबबंदी पर दिए गए उनके बयान को हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा कि पहले अपनी सरकार सुधार लेते तब आगे की बात करते। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री की समाज सुधार यात्रा से कुछ नहीं होने वाला है। जनता भी जान रही है कि मुख्यमंत्री अपनी यात्रा के दौरान किस तरह की बातें कर रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री अब शराबबंदी के मुद्दे पर घिर चुके हैं। समाज सुधार यात्रा क्या है यह सिर्फ मुख्यमंत्री को ही पता है। मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार नहीं दिख रहा है, बेरोजगारी नहीं दिख रही है, बिहार के हालात क्या हैं? यह नहीं दिख रहा है और मुख्यमंत्री सिर्फ और सिर्फ शराबबंदी पर लगे हुए हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शराबबंदी को लेकर जो ज्ञान मुख्यमंत्री ने दिया वह हास्यास्पद है। मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि शराब पीने से एड्स होता है। कितना उटपटांग बयान दे रहे हैं। शराब बंदी की जिम्मेदारी पुलिस की है। लेकिन विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलती हैं फिर भी किसी पर कार्रवाई नहीं होती।
दूसरी बात ये कि शराबबंदी का कानून बिहार में पहली बार तो ये लेकर नहीं आए, लेकिन ये हर तरफ से घिरे हुए हैं, इसलिए ऐसे बयान दे रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि समाज की कौन सी बुराई मुख्यमंत्री जी को दिख रही है?
उन्होंने कहा कि चोरी, शराब पीना, दहेज, आदि बुरा काम तो है ही। सती प्रथा थी वह भी बंद हुआ। समाज में क्या अच्छाई-बुराई है सब लोग जानते हैं। लेकिन सरकार में जो कमियां हैं। बिहार में जो कमियां हैं। जो प्रशासनिक अराजकता है। इसे कौन दुरुस्त करेगा?
उन्होंने प्रश्न किया कि भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी कौन मिटाएगा? बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कौन दिलाएगा? मुख्यमंत्री के इस बयान पर कि हमने बिहार में इतना काम कर दिया। तेजस्वी ने कहा कि इसलिए तीन नंबर की पार्टी बन गए।
यहां बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को समाज सुधार अभियान और शराबबंदी पर घेरा हो। वे पूर्व में भी नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर तंज कस चुके हैं। यहां तक कि उन्होंने कहा था कि वर्ष 2022 के आरम्भ में ही राजद की ओर से राज्यव्यापी बेरोजगारी यात्रा निकाली जायगी। इसकी अगुआई तेजस्वी यादव करेंगे।