पत्नी से तलाक मामले के बाद पार्टी कार्यालय पहुंचे तेजप्रताप यादव, सुर्दशन चक्र चलाने का किया एलान
By एस पी सिन्हा | Published: December 16, 2018 04:42 PM2018-12-16T16:42:49+5:302018-12-16T16:44:20+5:30
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में युवाओं को ज्यादा तवज्जो दी जाएगी। यहां पहुंचकर वे मीडिया से मुखातिब होते हुये उन्होंने सारे सवालों का बडे ही बेबाकी से जवाब दिया।
अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने की अर्जी दाखिल करने के बाद से परिवार से लगातार दूर चल रहे लालू प्रसाद यादव के बडे बेटे तेजप्रताप यादव आज लंबे अंतराल के बाद अपनी पार्टी राजद कार्यालय पहुंचकर भाई तेजस्वी यादव के साथ मिलकर काम करने का ऐलान किया। तेज प्रताप ने कहा है कि पार्टी ऑफिस आने का मेरा सिर्फ एक ही मकसद है कि 2019 चुनाव का बिगुल फूंक दिया जाए।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में युवाओं को ज्यादा तवज्जो दी जाएगी। यहां पहुंचकर वे मीडिया से मुखातिब होते हुये उन्होंने सारे सवालों का बडे ही बेबाकी से जवाब दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बार का कुरूक्षेत्र बिहार है, वे यहां से सुदर्शन चक्र चलायेंगे। यहां पहुंचे तेज प्रताप धार्मिक कपडों में नजर आये। तेज प्रताप यादव ने कहा है कि 2019 चुनाव में तैयारियों के लिए युवाओं की बैठक बुलाई है। इस बार चुनाव में युवाओं को और महिलाओं को आगे रखकर काम करना है। छपरा से चुनाव लड़ने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस सीट पर प्रत्याशी का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा।
यहां उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने तेज प्रताप को माला पहनाकर और उनपर पुष्प वर्षा कर उनका जबर्दस्त स्वागत किया। वहीं, तेज प्रताप ने अपने बयान से ये जता दिया कि वो अपने निजी कारणों से भले परेशान हैं, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में अपने भाई तेजस्वी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हम पार्टी कार्यालय से हम युद्ध का ऐलान करते हैं। कृष्ण के बगैर अर्जुन की लडाई अधूरी है। उनका इशारा साफ था कि वे अब फिर से सक्रिय राजनीति में अपने भाई का साथ देने के लिए राजनीति के मैदान में रहेंगे। तेज प्रताप ने कहा कि युवाओं को एकजुट करने की उनकी कोशिश है। तेज ने लोकसभा चुनाव में नौजवानों को ज्यादा सीट मिले, इसकी भी वकालत की। राजद कार्यालय पहुंचे तेज प्रताप ने तलाक की अर्जी के सवाल पर कहा कि, तलाक की लडाई तो हमने कोर्ट जाकर ही शुरू कर दी थी।
पार्टी से दूर जाने की वजह
इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि वे पार्टी से दूर क्यों चले गये हैं? तो उनका जवाब था कि वे पार्टी से दूर नहीं हुए हैं, कृष्ण से वरदान लेने गए थे। वहीं घर जाने के सवाल पर तेज का जवाब था कि वे अभी घर नहीं जायेंगे। वे जनता की सेवा के लिये आये हैं। तेज प्रताप ने कहा कि वो कभी पार्टी से दूर नहीं हुए थे। हमेशा पार्टी के साथ थे और रहेंगे। यह पूछे जाने पर कि पारिवारिक कलह की वजह से आप घर से दूर रहने लगे हैं। ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि आपने पार्टी से दूरी बना ली है। इसके जवाब में तेज प्रताप ने कहा कि वो पार्टी से न दूर थे और न रहेंगे। जब उनसे सवाल पूछा गया कि आप बीच मजधार में पार्टी को छोडकर चले गए ऐसे में कैसे कृष्ण की भूमिका निभाएंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव आने वाला है। अब हमारा एक ही मकसद है कि पार्टी को कैसे और ज्यादा से ज्यादा मजबूत किया जाए।
वहीं, उनके पार्टी कार्यालय पहुंचने पर युवाओं में खासा जोश देखा गया। इससे पहले शनिवार की रात अपनी मां राबडी देवी के साथ दिखे। दरअसल ये मौका पटना में हुई एक शादी में आया। पटना में तेजप्रताप यादव अपने मौसेरे भाई की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। इस शादी में राबड़ी देवी भी अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ शामिल होने आई थीं। शादी में राबडी देवी के बडे बेटे तेजप्रताप यादव के अलावा उनके समधी और ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय भी नजर आए।
इस दौरान राबडी देवी और तेज प्रताप ने काफी देर तक बात भी की। मौसेरे भाई की शादी में पहुंचे तेजप्रताप की मुलाकात अरसे बाद अपनी मां राबडी देवी से हो रही थी इस दौरान दोनों बॉडी लैंग्वेज से काफी भावुक दिखे। तेजप्रताप इस शादी में राबडी देवी से पहले पहुंच गए थे, लेकिन बाद में पहुंची राबडी देवी देखते ही सीधे अपने बेटे तेजप्रताप के पास पहुंची और उनके साथ काफी देर तक बैठी रहीं। शादी की रस्म पूरी होते ही तेजप्रताप वहां से निकल गए। हालांकि इस दौरान उनकी न तो अपने भाई तेजस्वी और ना ही ससुर चंद्रिका राय से मुलाकात हुई।