पटनाः प्रेम प्रसंग को लेकर विवादों के घेरे में आए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है। इसमें वह एक भव्य कार्यालय में 'शेर' जैसे अंदाज में प्रवेश करते दिखते हैं और रिवॉल्विंग चेयर पर बैठते हैं। पीछे दीवार पर लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की तस्वीरें लगी हुई हैं। मेज पर मोर पंख और तिरंगा झंडा भी देखा जा सकता है।
वीडियो में खास तरह का बैकग्राउंड म्यूजिक जोड़ा गया है, जो इसे और नाटकीय बनाता है। वीडियो को पोस्ट करते हुए तेज प्रताप यादव ने लिखा है कि हमारे सभी सपने साकार हो सकते हैं, यदि हममें उन्हें पूरा करने का साहस हो। वीडियो में दिख रहा है कि परिवार और पार्टी से निकाले जाने के बाद भी मां-बाप के प्रति उनकी निष्ठा डिगी नहीं है।
तेज प्रताप ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है ‘हिम्मत और शिद्दत से कोशिश करो तो हर सपना पूरा होता है। वहीं अब तेजप्रताप के इस वीडियो ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर तेजप्रताप किस सपने की बात कर रहे हैं। इस बीच राजनीतिक हलकों में इस वीडियो को गंभीरता से लिया जा रहा है क्योंकि हाल ही में लालू प्रसाद यादव ने उन्हें राजद से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। पार्टी से निकाले जाने के बाद यह वीडियो कहीं न कहीं उनके राजनीतिक इरादों और संदेशों को जाहिर करता है।
लोगों के बीच उनके नए कार्यालय को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। लोग जानना चाह रहे हैं कि क्या तेज प्रताप यादव कोई नई पार्टी बनाने जा रहे हैं? आखिर यह कौन सा कार्यालय है? बता दें कि 24 मई को तेज प्रताप यादव के फेसबुक अकाउंट से अनुष्का यादव के साथ कुछ तस्वीरें पोस्ट की गईं, जिनमें उनके 12 साल पुराने रिश्ते का दावा किया गया।
बाद में इस पोस्ट को हटा दिया गया और कहा गया कि उनकी आईडी हैक हो गई थी और किसी ने एआई से एडिट की गई तस्वीरें डालीं ताकि उनके परिवार को बदनाम किया जा सके। इस घटना के तुरंत बाद, 25 मई को लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी से निष्कासित कर दिया। यह पत्र राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के द्वारा आठ दिन बाद जारी किया गया।
इसके पहले तेज प्रताप ने इसके बाद दो ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने माता-पिता और भाई तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए 'जयचंद की साजिश' का उल्लेख किया। इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हैं कि तेज प्रताप जल्द ही नई सियासी राह या मोर्चा खोल सकते हैं।