तमिलनाडु: पूर्व एआईएडीएमके मंत्री गिरफ्तार, 20 दिनों फरार थे, नौकरी दिलवाने के नाम पर पैसे ऐंठने और धोखाधड़ी मामले में हैं आरोपी
By विशाल कुमार | Published: January 5, 2022 02:04 PM2022-01-05T14:04:44+5:302022-01-05T14:16:28+5:30
तमिलनाडु सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र बालाजी पर करीब तीन करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा करने का आरोप हैं. उन्हें देश छोड़ने से रोकने के लिए उनके खिलाफ पहले ही लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया था।
चेन्नई: नौकरी दिलवाने के नाम पर पैसे ऐंठने और धोखाधड़ी मामले में हैं आरोपी एआईएडीएमके सरकार में मंत्री रह चुके राजेंद्र बालाजी को तमिलनाडु पुलिस ने बुधवार को कर्नाटक से गिरफ्तार कर लिया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व दुग्ध एवं डेयरी विकास मंत्री बालाजी पिछले 20 दिनों से फरार चल रहे थे और उन्हें पकड़ने के लिए तमिलनाडु पुलिस ने आठ टीमें बनाई थीं। उनकी गिरफ्तारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।
#RajendraBalaji Arrested -video pic.twitter.com/TDtLxtVmqa
— Logeshwari Ilangovan (@am_logii) January 5, 2022
बालाजी पर करीब तीन करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा करने का आरोप हैं. उन्हें देश छोड़ने से रोकने के लिए उनके खिलाफ पहले ही लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया था। तमिलनाडु पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उनके खिलाफ दो मामले दर्ज करने के बाद उनके सभी छह खाते फ्रीज कर दिए थे.
मद्रास हाईकोर्ट ने तीन करोड़ रुपये लेकर 20 नौकरी के उम्मीदवारों को कथित रूप से ‘आविन’, तमिलनाडु दुग्ध सहकारी सहित विभिन्न संस्थानों में सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करने से संबंधित मामले में अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया था।
मद्रास हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि नौकरी रैकेट के दो मामलों में पूर्व मंत्री के खिलाफ प्रथम द्दष्टया तथ्यात्मक साक्ष्य प्रतीत होते हैं। पूर्व मंत्री ने अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है।