Tamilnadu Migrant Workers:तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हिंसा के मामले को लेकर बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से बयानबाजियां तेज हो गई हैं। इस मामले में राजद विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि यह पलायन का दंश है और इसके लिए अब तक की सरकारें जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि जो पार्टी कल तक सत्ता में थी, वह आज विपक्ष में है और जो कल तक विपक्ष में थी आज सत्ता में है। ऐसे में यह उन लोगों की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है। सुधाकर सिंह ने कहा कि आज भी बिहार से मजदूर रोजी रोजगार और मजदूरी के लिए पलायन करने को विवश हैं। यह घटना साबित कर रही है कि बिहार में सही मायने में पलायन हो रहा है।
बिहार में जो कृषि क्षेत्र की दुर्दशा है। यही कारण है कि बिहार के कामगार दूसरे प्रदेशों में जाकर काम की तलाश करने को विवश हैं। उन्होंने कहा कि आज अपनी रोजी-रोटी को चलाने के लिए बिहार के लोग त्रिपुरा से तमिलनाडु, काश्मीर से लेकर असम जाते हैं। जहां उनके साथ मारपीट की जाती है। बिहार में रोजगार ना होने के कारण करोड़ों लोग बाहर जाकर मजदूरी करते है।
इसलिए आज इस घटना पर सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों बराबर का जिम्मेदार है। हम लोग अभी भी बिहार का विकास करने में असफल हैं। इसके लिए कोई अकेले एक व्यक्ति एक दल उत्तरदाई नहीं है बल्कि सभी उत्तरदायी हैं।
वहीं, तेजस्वी यादव के तमिलनाडु में होने वाले सवाल पर सुधाकर सिंह ने उनका बचाव करते हुए कहा कि बिहार और तमिलनाडु के मीडिया का भाषा में अंतर होने के कारण यह खबर जब तक सामने आई, तब तक उपमुख्यमंत्री का दौरा खत्म हो चुका था।
भाषाई समस्या होने के कारण यहां की खबर वहां तक नही जाती है और वहां की खबर यहां तक आने में समय लगती है। वहीं, सुधाकर सिंह ने तमिलनाडु में हुई घटना को स्वीकार करते हुए कहा कि मैं इस मामले में सरकार से कड़ी कदम उठाने की मांग करता हूं।