तमिलनाडु: एआईएडीएमके से निष्कासित पन्नीरसेल्वम ने पार्टी से पूछा, "अगर भाजपा पलानीस्वामी को हटाने के लिए कहती है तो क्या वो मानेंगे?"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 29, 2023 11:58 AM2023-09-29T11:58:11+5:302023-09-29T12:03:42+5:30
एआईएडीएमके से निष्कासित पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने मौजूदा सियासत पर व्यंग्य करते हुए एआईएडीएमके से सवाल किया है कि अगर भाजपा पार्टी महासचिव ए पलानीस्वामी को हटाने की मांग करती है तो क्या वे स्वीकार करेंगे।
चेन्नई: तमिलनाडु में एआईएडीएमके और भाजपा के बीच बढ़ी दूरी के दरम्यान पार्टी से निष्कासित पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने मौजूदा सियासत पर व्यंग्य करते हुए एआईएडीएमके से सवाल किया है कि अगर बीजेपी पार्टी महासचिव ए पलानीस्वामी को बदलने की मांग करती है तो क्या वे स्वीकार करेंगे।
पूर्व सीएम पन्नीरसेल्वम का अपनी ही पूर्व पार्टी पर हमला उन खबरों के बीच आया है, जब एआईएडीएमके नेतृत्व ने भाजपा से मांग की है कि वो अपने प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई को पद से हटाएं। इसके साथी पार्टी से निकाले जा चुके अन्नाद्रमुक नेता पन्नीरसेल्वम ने यह भी कहा कि वो लगातार भाजपा नेतृत्व के साथ संपर्क में है।
उन्होंने कहा, "हाल के दिनों में भाजपा नेतृत्व मेरे लगातार संपर्क में है। अगर भाजपा एआईएडीएमके महासचिव पलानीस्वामी को बदलने के लिए कहती है तो क्या एआईएडीएमके उस मांग को स्वीकार करेगी? यह तो बड़ा ही अजीब है, आखिर कैसे वो भाजपा को राज्य में नेतृत्व को बदलने के लिए कह सकते हैं?
पन्नीरसेल्वम ने कहा, "आखिर एआईएडीएमके किस आधार पर इस तरह की मांग कर रही है? उन्हें खुद सोचना चाहिए कि अगर भाजपा भी उनसे ऐसी ही मांग करे तो वो क्या करेंगे।"
पन्नीरसेल्वम के इन आरोपों के बीच अन्नाद्रमुक ने तमिलनाडु भाजपा प्रमुख अन्नामलाई को हटाने की मांग का खंडन किया है। इस संबंध में अन्नाद्रमुक के उप महासचिव केपी मुनुसामी ने गुरुवार को कहा कि पार्टी ऐसी 'बचकाना' गलती कभी नहीं करेगी।
मुनुसामी ने कहा, "यह पूछना भी मूर्खता है कि क्या अन्नाद्रमुक जैसी बड़ी पार्टी किसी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग करेगी। हम ऐसी गलती कभी नहीं करेंगे।" भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के ऐलान के बाद कृष्णागिरी में पत्रकारों से बात करते हुए मुनुसामी ने कहा कि पार्टी अपना अलग गठबंधन बनाएगी और 2024 के लोकसभा चुनाव और 2026 के विधानसभा चुनावों को लड़ेगी।
इस बीच भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने गठबंधन तोड़ने के बावजूद अभी भी अन्नाद्रमुक के साथ अपने रिश्ते को नहीं छोड़ा है। भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा, “आठ महीने बचे हैं और इन महीनों में क्या होगा, हम आज कुछ नहीं कह सकते। पार्टी को मजबूत बनाना प्रत्येक कार्यकर्ता का कर्तव्य है। के अन्नामलाई के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करने का एक बड़ा काम किया जा रहा है।"
मालूम हो कि भाजपा और एआईएडीएमके के बीच तनातनी तब शुरू हुई जब तमिलनाडु भाजपा प्रमुख अन्नामलाई ने तमिलनाडु के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री सी अन्नादुराई और जयललिता को लेकर बयान दिया। इसके बाद एआईएडीएमके ने 25 सितंबर को ऐलान किया कि वो राज्य भाजपा नेतृत्व द्वारा उनके वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया है। इसलिए वो एनडीए से अलग होने की घोषणा करते हैं।