तमिलनाडु विधानसभाः CAA पर नारेबाजी, सदन में काले कपड़े पहन कर आए, डीएमके ने बहिष्कार किया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 6, 2020 03:22 PM2020-01-06T15:22:39+5:302020-01-06T15:22:55+5:30
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने जैसे ही रस्मी अभिभाषण शुरू किया, तुरंत ही स्टालिन खड़े हो गए और कुछ मुद्दों को उठाने का प्रयास करने लगे। इस पर राज्यपाल ने द्रमुक अध्यक्ष से अपील की कि वह अपनी सीट पर बैठ जाएं। उन्होंने स्टालिन से कहा, ‘‘आप सर्वश्रेष्ठ वक्ता हैं। अपनी इस प्रतिभा का उपयोग बहस के दौरान करें। इस सदन में बहस होने दें।’’
एमके स्टालिन के नेतृत्व में द्रमुक ने सोमवार को तमिलनाडु विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार किया और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ नारेबाजी के बीच सदन से बहिर्गमन किया।
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने जैसे ही रस्मी अभिभाषण शुरू किया, तुरंत ही स्टालिन खड़े हो गए और कुछ मुद्दों को उठाने का प्रयास करने लगे। इस पर राज्यपाल ने द्रमुक अध्यक्ष से अपील की कि वह अपनी सीट पर बैठ जाएं। उन्होंने स्टालिन से कहा, ‘‘आप सर्वश्रेष्ठ वक्ता हैं। अपनी इस प्रतिभा का उपयोग बहस के दौरान करें। इस सदन में बहस होने दें।’’
लेकिन, द्रमुक सदस्य मांग करते रहे कि विपक्ष के नेता को अपनी बात रखने का मौका दिया जाए। जब राज्यपाल ने अपनी अपील दोहराई तो स्टालिन सदन से बाहर चले गए और उनके पीछे-पीछे उनकी पार्टी के विधायकों ने भी बहिर्गमन किया।
Tamil Nadu: Thamimun Ansari, Manithaneya Jananayaga Katchi MLA from Nagappattinam today came to Assembly wearing a t-shirt with 'no CAA, NPR and NRC' written on it. pic.twitter.com/LPOaAufAdh
— ANI (@ANI) January 6, 2020
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के सहयोगी विधायक तमिमुन अंसारी राज्यपाल के आसन के समीप पहुंचे और उन्होंने तिरंगा उनके सामने लहराया। अंसारी और आईयूएमएल के एकलौते विधायक अबु बकर सदन में काले कपड़े पहन कर आए थे।
विरोध के बीच राज्यपाल ने संबोधन में कहा, ‘‘तमिलनाडु की सरकार यह सुनिश्चित करे कि सभी धर्मों और पंथों के नागरिकों के हितों की रक्षा हो। राज्य केंद्र से अनुरोध करे कि वह तमिलनाडु में आए श्रीलंका के शरणार्थियों को दोहरी नागरिकता दे।’’