तमिलनाडु के मुख्य सचिव ने सरकारी अधिकारियों से कहा : मेरी किताबें नहीं खरीदें
By भाषा | Published: May 11, 2021 07:46 PM2021-05-11T19:46:19+5:302021-05-11T19:46:19+5:30
चेन्नई, 11 मई तमिलनाडु के मुख्य सचिव वी. ईरैयानबू ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि उनकी किताबें नहीं खरीदें और सरकारी कार्यक्रमों में उनकी किताबें उपहार में नहीं दी जाएं। उन्होंने तमिल भाषा में कई किताबें लिखी हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग को दिए निर्देश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जब तक वह मुख्य सचिव के पद पर हैं, उनकी लिखी किताबें किसी भी योजना के तहत नहीं खरीदी जानी चाहिए।
शीर्ष अधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि किसी भी परिस्थिति में उनकी किताबें नहीं खरीदी जानी चाहिए और ‘दबाव’ में भी नहीं।
उन्होंने कहा कि उनकी किताबों को खरीदे जाने से प्रतीत होगा कि उच्च पद पर रहने के कारण उनकी किताबें खरीदी गईं और इसलिए ऐसा नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनके नाम और उनके पद का गलत तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जाए।
58 वर्षीय ईरैयानबू ने कई किताबें लिखी हैं जिनमें ‘सिविल सेवा परीक्षा कैसे पास करें’ भी शामिल है।
एम. के. स्टालिन ने सात मई को पहली बार जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी तो उसके तुरंत बाद 1988 बैच के आईएएस अधिकारी को मुख्य सचिव नियुक्त किया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।