कुलगामः नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने तालिबान के पक्ष में बोला है। महबूबा मुफ्ती ने तालिबान राग अलापा है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि तालिबान हकीकत बन कर आ रहा है।
कुलगाम में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान की बागडोर संभालने वाले तालिबान को ''सच्ची शरिया'' का पालन करना चाहिए, जोकि महिलाओं सहित सभी के अधिकारों की गारंटी देता है। गत 15 अगस्त को काबुल पर नियंत्रण करने वाले तालिबान ने मंगलवार को अपनी अंतरिम सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा की।
महबूबा ने यहां एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, '' तालिबान एक वास्तविकता के रूप में सामने आया है। सत्ता में पहली बार उसकी छवि मानवाधिकारों के विरोधी की तरह थी। अगर वह अफगानिस्तान पर शासन करना चाहता हैं, तो उसे कुरान में निर्धारित सच्चे शरिया कानून का पालन करना होगा जोकि महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के अधिकारों की गारंटी देता है।''
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर तालिबान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ व्यापार करना चाहता है तो उसे धार्मिक कट्टरता से दूर रहना चाहिए। महबूबा ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो यह अफगानिस्तान के लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर देगा।
तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण किए जाने के संबंध में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि वे (तालिबान) मानवाधिकारों का सम्मान करेंगे और सभी देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों पर जोर देंगे। अब्दुल्ला ने कहा, "तालिबान ने नियंत्रण कर लिया है, और अब उन्हें देश की देखभाल करनी है। मुझे उम्मीद है कि वे सभी के साथ न्याय करेंगे... उन्हें सभी देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों पर जोर देना चाहिए।"