बोधगया समेत कई बौद्धस्थलों पर फंसे थाईलैंड के नागरिकों व भिक्षुओं को वापस लेने आई विमान ने भरी उड़ान, केन्द्र सरकार की अनुमति के बाद वापस भेजा

By एस पी सिन्हा | Published: April 24, 2020 07:29 PM2020-04-24T19:29:03+5:302020-04-24T19:29:03+5:30

इस प्रक्रिया में कोविड-19 को लेकर गृह और स्वास्थय मंत्रालय के गाईडलाईन को फॉलो किया जा रहा है और विमान में सवार होने पहले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है ताकि कोई भी बीमार या कोरोना से संक्रमित व्यक्ति विमान में यात्रा न कर सके.

take back the citizens and monks of Thailand stranded at many Buddhist sites including Bodh Gaya, sent back after the permission of the Central Government | बोधगया समेत कई बौद्धस्थलों पर फंसे थाईलैंड के नागरिकों व भिक्षुओं को वापस लेने आई विमान ने भरी उड़ान, केन्द्र सरकार की अनुमति के बाद वापस भेजा

बोधगया समेत कई बौद्धस्थलों पर फंसे थाईलैंड के नागरिकों व भिक्षुओं को वापस लेने आई विमान ने भरी उड़ान, केन्द्र सरकार की अनुमति के बाद वापस भेजा

Highlightsइन सभी यात्रियों की पहले भी स्वास्थ्य जांच संबंधित जिला के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया था. सभी की मेडिकल जांच की गई है और गया एयरपोर्ट पर भी मेडिकल जांच के बाद अंदर प्रवेश की अनुमति दी गई.

पटना: बिहार में स्थित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध स्थल बोधगया से म्यांमार के नागरिकों को वापस भेजे जाने के बाद अब थाइलैंड सरकार अपने नागरिकों को भारत से वापस लेकर जा रही है. इसके लिए थाइलैंड सरकार ने लॉकडाउन में फंसे अपने 342 यात्रियों को वापस ले जाने के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से आग्रह किया था.

बोधगया सहित विभिन्न बौद्धस्थलों पर फंसे थाईलैंड के नागरिकों व भिक्षुओं को वापस स्वदेश ले जाने के लिए थाई एयरवेज का विशेष विमान आज गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा है. इस विमान से 171 थाई नागरिकों को वापस भेजा गया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी थाई नागरिकों को मेडिकल जांच के बाद ही एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर प्रवेश की इजाजी दी गई. इसमें ज्यादातर बोधगया के थाई बौद्ध मठों में रहने वाले भिक्षु व बौद्ध श्रद्धालु हैं. गया एयरपोर्ट के निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद एयरपोर्ट पर थाई एयरवेज का विमान उतरा. जिससे थाईलैंड के फंसे पर्यटकों को वापस स्वदेश भेजा गया है. आज गया एयरपोर्ट से कुल 171 यात्री भेजे गये हैं. ये पर्यटक बुद्धिस्ट सर्किट का भ्रमण करने आए हुए थे और विभिन्न जगहों पर फंसे हुए थे.

सभी की मेडिकल जांच की गई है और गया एयरपोर्ट पर भी मेडिकल जांच के बाद अंदर प्रवेश की अनुमति दी गई. साथ ही सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का भी अनुपालन किया गया. भारत सरकार की विशेष अनुमति के बाद यात्रियों को वापस ले जाने की प्रकिया शुरू हुई.

इसके लिए थाई एयरवेज की विशेष फ्लाईट आज थाइलैंड से गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची और 171 यात्रियों को लेकर वापस थाइलैंड की राजधानी बैंकाक के लिए उडान भरी. थाई एयरवेज की एक फ्लाईट कल भी गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करेगी और 342 में से शेष बचे 171 यात्रियों को स्वदेश लेकर जाएगी.

एयरपोर्ट के निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से म्यांमार के 281 यात्रियों को वापस ले जाने के लिए भारत सरकार से विशेष अनुमति मिली थी. इसके बाद बुधवार 22 अप्रैल को म्यांमार एयरवेज से 258 यात्री गया एयरपोर्ट से वापस अपने वतन लौटे थे और आज थाई एयरवेज अपने 171 नागरिकों को लेकर बैंकाक के लिए उडान भरी. थाई एयरवेज की एक फ्लाईट कल 25 अप्रैल को भी 171 यात्रियों को लेकर उडान भरेगी.

इस प्रक्रिया में कोविड-19 को लेकर गृह और स्वास्थय मंत्रालय के गाईडलाईन को फॉलो किया जा रहा है और विमान में सवार होने पहले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है ताकि कोई भी बीमार या कोरोना से संक्रमित व्यक्ति विमान में यात्रा न कर सके.

इन सभी यात्रियों की पहले भी स्वास्थ्य जांच संबंधित जिला के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया था. म्यांमार और थाइलैंड लौट रहे ये सभी यात्री लॉकडाउन से पहले भारत भ्रमण पर आये थे और बोधगया समेत राजगीर, नालंदा, कुशीनगर एवं वाराणसी समेत अन्य बौद्ध सर्किट में फंस गये थे. इनमें से अधिकांश लोग लॉकडाउन के दौरान मोनेस्ट्री में प्रवास कर रहे थे.

Web Title: take back the citizens and monks of Thailand stranded at many Buddhist sites including Bodh Gaya, sent back after the permission of the Central Government

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