जल्द होगा काला धन रखने वालों का खुलासा! स्विस बैंक ने पूरी की भारतीय खाताधारकों की जानकारी देने की प्रक्रिया
By स्वाति सिंह | Published: July 10, 2019 08:52 AM2019-07-10T08:52:40+5:302019-07-10T08:52:40+5:30
स्विस के एजेंसियों के मुताबिक इस साल 73 देशों के बैंक खातों की जानकारी शेयर की जाएगी। भारत भी उनमें से एक है।
स्विस बैंक में भारतीयों के खातों की जानकारी अब जल्द ही आधिकारिक तौर पर मिलने वाली है। 30 सितंबर की समय सीमा से पहले भारत और स्विट्जरलैंड, बैंकिंग से संबंधित जानकारियों का पहली बार आदान-प्रदान करेंगे। यह दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित सूचना के स्वचालित विनिमय (AEOI) समझौते का अनुसरण करता है। यह समझौता जनवरी 2018 से लागू हुआ है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक स्विस वित्त मंत्रालय और स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन (ESTV) के अधिकारियों ने बताया कि भारत के मामले में ऐसी संभावना है कि सूचनाएं कई मुश्त में भेजनी पड़ जाए। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्विट्जरलैंड में सभी भारतीयों के बैंक अकाउंट की जानकारी को भारतीय टैक्स अधिकारियों से शेयर करनी पड़ सकती है।
स्विस एजेंसियों के मुताबिक इस साल 73 देशों के बैंक खातों की जानकारी शेयर की जाएगी। भारत भी उनमें से एक है। पिछले साल 36 देशों के साथ AEOI समझौता लागू किया गया था। बताया जा रहा है कि बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारियों को शेयर करने के लिए स्विट्जरलैंड की संसदीय प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है।
उधर, फॉरेन टेक्सेशन एंड टैक्स रिसर्च (एफटी एंड टीआर) के अधिकारीयों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि AEOI के तहत बैंक से जुड़ी जानकारियों के आदान-प्रदान के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया डेटा की डिलीवरी के बाद स्विस खाता विवरण की तुलना खाताधारकों के टैक्स रिटर्न से की जाएगी और जहां भी आवश्यक होगी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि इस साल स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा रखे जाने वाले धन के मामले में भारत का स्थान एक पायदान नीचे फिसलकर 74वें स्थान पर आ गया है। पिछले साल इस सूची में भारत का स्थान 73वां था जबकि उससे पिछले साल यह 88वें पर था।