'अगर मैं आपको पूर्व मुख्यमंत्री नहीं बना सका, तो राजनीति छोड़ दूंगा', शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को दी चुनौती- दिन गिनना शुरू कर दीजिए
By अनिल शर्मा | Published: April 21, 2023 07:32 AM2023-04-21T07:32:34+5:302023-04-21T07:49:25+5:30
शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद से हटाने में विफल रहे तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। अधिकारी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, आपने (ममता बनर्जी) ने सोमवार को मुझे डकैत कहा है। मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं।
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद से हटाने में विफल रहे तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। अधिकारी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, आपने (ममता बनर्जी) ने सोमवार को मुझे डकैत कहा है। मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं। मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमित शाह जी ने एक बंद कमरे में बैठक की और भाजपा नेताओं को प्रदेश में दंगे कराने का निर्देश दिया। आपको ये साबित करना होगा कि अमित शाह जी ने ऐसा कहा है। शुभेंदु ने ममता के अमित शाह को फोन करने वाली अपनी टिप्पणी को लेकर अदालत भी जाने की चुनौती दी। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ममता ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से रिक्वेस्ट की थी कि चुनाव आयोग के इस फैसले को रद्द करा दें। गौरतलब है कि पिछले दिनों चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी की पार्टी ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (TMC) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, "उन्होंने कहा कि उन्हें मेरा नाम लेने में बहुत मुश्किल होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मैंने आपको हरा दिया है। आप मुझे हराने गई थीं, लेकिन आपको हराकर घर भेज दिया गया। आपको 1,956 वोटों से हारना पड़ा। बस गिनना शुरू करें।"
शुभेंदु ने कहा कि अगर मैं आपको पूर्व मुख्यमंत्री नहीं बना सका, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। अधिकारी ने टीएमसी सुप्रीमो को चुनौती दी कि वह उनके खिलाफ मामला दर्ज करें। आपको असली विरोध का एहसास है। चोरों को जेल जाना पड़ेगा। शारदा मामले में आप भी शामिल हैं, आपको भी कोई नहीं बचा पाएगा।
ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने टीएमसी की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा रद्द करने के लिए अमित शाह को फोन किया था, तो वह इस्तीफा दे देंगी। टीएमसी ने बुधवार को एक पत्र के माध्यम से अधिकारी को अपने "झूठे और अपमानजनक दावों" को वापस लेने के लिए कहा और उन्हें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।