कुडलूर (तमिलनाडु), 17 फरवरी तमिलनाडु के कुडलूर में 30 वर्षीय संदिग्ध ने एक पुलिस उपनिरीक्षक पर धारदार हथियार से कथित रूप से हमला किया जिसके बाद पुलिस को "आत्मरक्षा" में गोली चलानी पड़ी जिसमें उसकी मौत हो गई। उसके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला लंबित था।
पुलिस ने बताया कि पुलिस की एक टीम कृष्ण की तलाश में जिले में पनरूत्ती के पास कुमुडियांकुप्पम इलाके में गई थी जहां "पुलिस कार्रवाई" में उसकी मौत हो गई।
पुलिस मंगलवार को हिस्ट्रीशीटर की बर्बर हत्या की जांच के सिलसिले में कृष्ण की तलाश में गई थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, " उसने उपनिरीक्षक (एसआई) पर धारदार हथियार से बर्बर हमला किया और हाथापाई में अधिकारी गिर पड़ा तो मौके का फायदा उठाकर कृष्ण ने एसआई के पैर पर कई जगह वार किया और उनके गले की ओर झपटा।"
उन्होंने बताया, " एसआई ने अपना चेहरा बचाया लेकिन उनकी कलाइयों पर कट लग गए। इसके बाद एसआई के पास कोई चारा ना था और उन्हें आत्मरक्षा में आरोपी पर तीन गोलियां चलानी पड़ी।"
उन्होंने बताया कि आरोपी को नज़दीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। घायल पुलिस अधिकारी को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस की कार्रवाई हिस्ट्रीशीटर के वीरा उर्फ वीरांगन की हत्या के बाद हुई है।
पुलिस ने बताया कि कुडलूर में फल विक्रेता वीरा के खिलाफ 10 मामले लंबित थे। मंगलवार रात को उसका सिर काट कर सतीश नाम के व्यक्ति के घर के बाहर फेंक दिया गया था।
इसे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और अपराध के सिलसिले में पांच लोगों को हिरासत में लिया।
पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों ने जुर्म कुबूल कर लिया और कहा कि उनका साथी कृष्ण पुडुपेट थाना क्षेत्र के मलातारू में छुपा है।
विल्लुप्पुरम रेंज के डीआईजी एझिलारसन और कुडलूर के पुलिस अधीक्षक एम श्री अभिनव ने उस स्थान का दौरा किया है जहां पुलिस कार्रवाई हुई है।
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