छोटी बहन वंदना शर्मा के कारण नरवाना से विशेष रूप से जुड़ी थीं सुषमा, शहर में शोक की लहर
By भाषा | Updated: August 7, 2019 19:02 IST2019-08-07T19:02:26+5:302019-08-07T19:02:26+5:30
बीजेपी के वरिष्ठ नेता व मार्केटिंग बोर्ड हरियाणा के सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने सुषमा स्वराज के साथ बिताए क्षणों को याद करते हुए बताया कि सुषमा स्वराज 9 अगस्त 1995 को बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण अडवानी के साथ नरवाना आई थी और यहां पुरानी अनाज मंडी में आयोजित जनसभा को संबोधित किया था।

उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट रहती थी और लोगों से खुलकर मिलती थीं।
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता व पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन की खबर से नरवाना शहर शोक में डूब गया। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नरवाना से विशेष जुड़ाव रहा है।
सुषमा स्वराज की छोटी बहन वंदना शर्मा नरवाना के मॉडल टाउन में रहती हैं और इस समय हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की सदस्य हैं। वह उनके घर कई बार आई हैं। सुषमा स्वराज का नरवाना में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ भी विशेष लगाव था।
नरवाना में उन्होंने कई बार दौरे कर पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार भी किया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता व मार्केटिंग बोर्ड हरियाणा के सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने सुषमा स्वराज के साथ बिताए क्षणों को याद करते हुए बताया कि सुषमा स्वराज 9 अगस्त 1995 को बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण अडवानी के साथ नरवाना आई थी और यहां पुरानी अनाज मंडी में आयोजित जनसभा को संबोधित किया था।
उन्होंने बताया कि उस समय सुषमा स्वराज के भाषण को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे थे। ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि इससे पूर्व 1993 में उपचुनाव में भाजपा-हरियाणा विकास पार्टी गठबंधन के प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए कई दिनों तक नरवाना में रुकी थी और नरवाना हल्के के कई गांवों में जाकर चुनाव प्रचार किया था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एंव विकास निगम के डायरेक्टर सीताराम बागड़ी ने भी सुषमा स्वराज के साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा कि सुषमा स्वराज बहुमुखी प्रतिभा की धनी नेता थी। उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कराहट रहती थी और लोगों से खुलकर मिलती थीं।