सुशील मोदी ने कहा-कम पढ़े लिखे लोगों के होते हैं बहुत ज्यादा बच्चे, समाधान के लिए दिया ये फार्मूला
By रामदीप मिश्रा | Published: January 15, 2019 10:40 PM2019-01-15T22:40:25+5:302019-01-15T22:42:07+5:30
सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शिक्षा हर समस्या का समाधान है। अगर परिवार की संख्या घटाना है तो शिक्षित कर दीजिए। कोई परिवार नियोजन की जरूरत नहीं है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार (15 जनवरी) को एक अजीबो-गरीब बयान दिया है, जिसमें उन्होंने परिवार की संख्या घटाने का तरीका बताया है, जिसके मुताबिक लोगों को शिक्षित करने की जरूर बताई और कहा है कि इसके बाद फिर परिवार नियोजन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शिक्षा हर समस्या का समाधान है। अगर परिवार की संख्या घटाना है तो शिक्षित कर दीजिए। कोई परिवार नियोजन की जरूरत नहीं है। जो पढ़े लिखे लोग हैं, उनके बच्चे कम होते हैं, और जो कम पढ़े लिखे लोग हैं उनके बच्चे बहुत ज्यादा होते हैं।
Sushil Modi: Shiksha har samasya ka samadhaan hai. Agar parivaar ki sankhya ghatana hai to shikshit kar dijiye. Koi parivar niyojan ki zaroorat nahi hai. Jo padhe likhe log hain, unke bacche kam hote hain, aur jo kam padhe likhe log hain unke bacche bahut jyada hote hain pic.twitter.com/jpmqXAyFOZ
— ANI (@ANI) January 15, 2019
इधर, मंगलवार को ही एक निजी चैनल के कार्यक्रम में सुशील मोदी ने शत्रुघ्न सिन्हा के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें एहसान फरामोश करार दिया। दरअसल, कार्यक्रम में सिन्हा ने नरेन्द्र मोदी को फर्जी चाय वाला बताया था. इसके एक दिन पहले ही उन्होंने नरेन्द्र मोदी को भिखारी बताया था.
एबीपी के 'बिहार सम्मलेन' कार्यक्रम में जब सुशील मोदी से शत्रुघ्न सिन्हा के बयान पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जितना भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें दिया है, उतना और कहीं नहीं मिलता। लेकिन, फिर भी वो लगातार पार्टी विरोधी काम में लगे हुए हैं। नरेन्द्र मोदी पिछले पांच साल में केवल उनके बेटे की शादी में गए।
यही नहीं उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा पर उन्होंने भ्रष्टाचारी लालू यादव का साथ देने का आरोप लगाया। सुशील मोदी के मुताबिक शत्रुघ्न सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी कैबिनेट में मात्र 7 महीने स्वास्थ्य मंत्री रहे और 10 महीने जहाजरानी मंत्री रहे। इसका कारण भी उनसे पूछा जाना चाहिए। उन्होंने ये भी इशारा किया कि इस बार सिन्हा का टिकट कट सकता है।